21St June, 2014
आशीष तिवारी जी से प्रेरित।
एक प्रभुता सम्पन्न राज्य के राजा के निधन के बाद प्रश्न यह उठा कि उनके बाद कोंन गद्दी संभालेगा चूकिं उनके कोई संतान नहीं थी।
सपने में महामात्य को भगवान ने सुझाया कि कल प्रातः जो पहला व्यक्ति दिखाई दे उसे हो राजकाज सौंप देना।
महामात्य को भोर में एक साधू दिखाईं दिए अतः उसे ही राजा बना दिया गया।
राजा बनते ही उसने पहला आदेश पारित किया कि भजन कीर्तन किया जाय। आदेश का पालन किया गया।
राज्य की हालत गंभीर होती गई परन्तु नये राजा पर कोई फर्क नहीं पड रहा था।
अचानक पास के ही दूसरे राजा ने उचित मौका समझ हमला बोल दिया।
लोग साधू राजा के पास गए और पूछा क्या आदेश है। उसने पुराने आदेश मानने को कहा।
पूजा और कीर्तन चलता रहा।
जब दुश्मन की फौज किले में भीतर घुस आई तो फिर राजा के आदेश जानने की कोशिश हुई।
साधू राजा ने फिर कहा कि कोई बात नहीं पूजा कीर्तन यथावत चले।
अंत में दुश्मन ने साधू को कैद कर लिया और जेल भेजने लगे तो वह बोला ' मुझे क्या पता राजपाट का मै तो साधू हूँ और पूजा पाठ ही जानता हूँ। इसलिए मुझे छोडो में चला।'
साधू की बात सुन सभी के होश ठिकाने लगे।
अर्थात क्या? यह आप स्वयं समझिये और बूझिऐ? — with आशीष कैलाश तिवारी and 7 others.
एक प्रभुता सम्पन्न राज्य के राजा के निधन के बाद प्रश्न यह उठा कि उनके बाद कोंन गद्दी संभालेगा चूकिं उनके कोई संतान नहीं थी।
सपने में महामात्य को भगवान ने सुझाया कि कल प्रातः जो पहला व्यक्ति दिखाई दे उसे हो राजकाज सौंप देना।
महामात्य को भोर में एक साधू दिखाईं दिए अतः उसे ही राजा बना दिया गया।
राजा बनते ही उसने पहला आदेश पारित किया कि भजन कीर्तन किया जाय। आदेश का पालन किया गया।
राज्य की हालत गंभीर होती गई परन्तु नये राजा पर कोई फर्क नहीं पड रहा था।
अचानक पास के ही दूसरे राजा ने उचित मौका समझ हमला बोल दिया।
लोग साधू राजा के पास गए और पूछा क्या आदेश है। उसने पुराने आदेश मानने को कहा।
पूजा और कीर्तन चलता रहा।
जब दुश्मन की फौज किले में भीतर घुस आई तो फिर राजा के आदेश जानने की कोशिश हुई।
साधू राजा ने फिर कहा कि कोई बात नहीं पूजा कीर्तन यथावत चले।
अंत में दुश्मन ने साधू को कैद कर लिया और जेल भेजने लगे तो वह बोला ' मुझे क्या पता राजपाट का मै तो साधू हूँ और पूजा पाठ ही जानता हूँ। इसलिए मुझे छोडो में चला।'
साधू की बात सुन सभी के होश ठिकाने लगे।
अर्थात क्या? यह आप स्वयं समझिये और बूझिऐ? — with आशीष कैलाश तिवारी and 7 others.

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