कलमसे____
राधे कैसी आज चिरैया बनिके फुदक रयी है
लताओं से बारिश का जल टपकाय रयी है।
छुईमुई सी बनी बैठी है का हैगयो है तोये
ऐसी जल्दी में का है सों मोहे बताय रयी है।
सुनि कन्हाई की मीठी मीठी बतिंयां
राधिके मन ही मन मुश्काय रयी है।
कान्हा, आयजा चल खेलें रासलीला
सखियाँ खडी देरसों वाट जोय रयी हैं।
//surendrapalsingh//
07 30 2014
http://1945spsingh.blogspot.in/
and
http://spsinghamaur.blogspot.in/ — with Puneet Chowdhary.
राधे कैसी आज चिरैया बनिके फुदक रयी है
लताओं से बारिश का जल टपकाय रयी है।
छुईमुई सी बनी बैठी है का हैगयो है तोये
ऐसी जल्दी में का है सों मोहे बताय रयी है।
सुनि कन्हाई की मीठी मीठी बतिंयां
राधिके मन ही मन मुश्काय रयी है।
कान्हा, आयजा चल खेलें रासलीला
सखियाँ खडी देरसों वाट जोय रयी हैं।
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