कलम से _ _ _ _
आज चंद टुकडे विलुप्त होते हुए जीव जंतु के लिए:-
तितली:-
तितली, रानी मनसुखिया सी न जाने कहाँ गई,
देखते देखते ही आखं से ओझल वो हो गई ।
नीलकंठ:-
नीलकंठ, देख हम पुचकार लिया करते थे,
इम्तिहान में अच्छे नम्बर आयें आस किया करते थे।
गौरैया:-
गौरैया, को नील गया मोबाईल का शोर,
चलता जिस पर नहीं किसी का अब जोर।
तोता:-
हीरामन, रह गये कहानी किस्सों में शेष
दिखते हैं हरे भरे पेडों पर कुछ अवशेष।
चीता:-
चीता, जंगल में दौडे रफ्तार आवाज की
नहीं दिखती दुर्लभ होती उसकी काया भी।
भवँरा:-
भ्रमर, गीत गाकर अब हर्षित कौन करेगा
फूलों से पराग उनके ले अब कौन उडेगा।
मोर-मोरनी:-
मोर, पग देख रोये मोरनी अश्रु पीकर हंस लेगी
इस धरा की सर्वोत्तम पक्षी को कौन रचेगी।
मैना:-
मैना, भी न जाने अब कहाँ चली गयी है
पपीहा पीहू पीहू कर अब न शोर करेगा।
कोयल:-
वदरा अपने आने की आहट जब न करेगें,
कोयलिया, फिर कैसे बोलेगी मुंह न अपना खोलेगी।
.................
और भी अनगिनत हैं जो लुप्त होते जा रहे
हम सभी आपनी असलियत खोते जा रहे।
//surendrapal singh//
07252014
http://1945spsingh.blogspot.in/2014/07/blog-post.html
and
http://spsinghamaur.blogspot.in/ — with Puneet Chowdhary.
आज चंद टुकडे विलुप्त होते हुए जीव जंतु के लिए:-
तितली:-
तितली, रानी मनसुखिया सी न जाने कहाँ गई,
देखते देखते ही आखं से ओझल वो हो गई ।
नीलकंठ:-
नीलकंठ, देख हम पुचकार लिया करते थे,
इम्तिहान में अच्छे नम्बर आयें आस किया करते थे।
गौरैया:-
गौरैया, को नील गया मोबाईल का शोर,
चलता जिस पर नहीं किसी का अब जोर।
तोता:-
हीरामन, रह गये कहानी किस्सों में शेष
दिखते हैं हरे भरे पेडों पर कुछ अवशेष।
चीता:-
चीता, जंगल में दौडे रफ्तार आवाज की
नहीं दिखती दुर्लभ होती उसकी काया भी।
भवँरा:-
भ्रमर, गीत गाकर अब हर्षित कौन करेगा
फूलों से पराग उनके ले अब कौन उडेगा।
मोर-मोरनी:-
मोर, पग देख रोये मोरनी अश्रु पीकर हंस लेगी
इस धरा की सर्वोत्तम पक्षी को कौन रचेगी।
मैना:-
मैना, भी न जाने अब कहाँ चली गयी है
पपीहा पीहू पीहू कर अब न शोर करेगा।
कोयल:-
वदरा अपने आने की आहट जब न करेगें,
कोयलिया, फिर कैसे बोलेगी मुंह न अपना खोलेगी।
.................
और भी अनगिनत हैं जो लुप्त होते जा रहे
हम सभी आपनी असलियत खोते जा रहे।
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विलुप्त प्राय: होते जीव-जंतुओं के प्रति जागरूक करती बहुत संवेदनशील प्रस्तुति
ReplyDeleteकविता जी आपका बहुत बहुत आभार।
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