कलम से _ _ _ _
23rd May, 2014
Camp: Naggar Castle
आज बारिश होने लगी है
मुमकिन नहीं है
कहीं बाहर जाना।
टप टप पानी बरसे
कुछ मोटी
कुछ छोटी
बूंदो की है बरसात
मिले है, सुदंर सौगात।
बादलों से घिरा है
आसमां
मौसम हो गया है लाजवाब
ऐसे में हो रही है
एक कप चाय
और
सुन रहे पंछियों की पुकार।
बालकनी में बैठकर
ले रहे हैं
मौसम का पूरा
आनंद
पैसा बसूल हो गया है
यह पूरा कार्यक्रम।
मन प्रसन्न हो रहा है
हिलोरें ले रहा है-------
Camp: Naggar Castle
आज बारिश होने लगी है
मुमकिन नहीं है
कहीं बाहर जाना।
टप टप पानी बरसे
कुछ मोटी
कुछ छोटी
बूंदो की है बरसात
मिले है, सुदंर सौगात।
बादलों से घिरा है
आसमां
मौसम हो गया है लाजवाब
ऐसे में हो रही है
एक कप चाय
और
सुन रहे पंछियों की पुकार।
बालकनी में बैठकर
ले रहे हैं
मौसम का पूरा
आनंद
पैसा बसूल हो गया है
यह पूरा कार्यक्रम।
मन प्रसन्न हो रहा है
हिलोरें ले रहा है-------
//surendrapal singh//
07192014
http://1945spsingh.blogspot.in/2014/07/blog-post.html
and
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