Saturday, July 12, 2014

एक प्याला चाय पर हिन्दोस्तां मिलेगा।

कलम से _ _ _ _ _

22nd June, 2014

सत्ता के शीर्ष पर पहुंचने
को लोग क्या क्या
रास्ते अपनाते हैं,
पहले तो चाय बनाते
और पिलाते हैं।

जब कुर्सी मिल जाय
तो पब्लिक को
भूल जाते हैं।

राजनीति में
चरित्र किसी का भी
ठीक नहीं होता
सिर्फ मतलब सिद्ध हो
बाकी कुछ ठीक नहीं लगता

उल्लू बनती है प्रजा
जो बेकार परेशान होती है
धूप पानी झेल कर
गले फाड कर नारे लगाने में
अपनी खुशी समझती है।

छोडो सब यह सब यूंहीं चलेगा
सुबह का वक्त है
एक प्याला चाय पर हिन्दोस्तां मिलेगा।
 — with Ram Saran Singh and 45 others.
Photo: कलम से _ _ _ _ _

22nd June, 2014

सत्ता के शीर्ष पर पहुंचने
को लोग क्या क्या
रास्ते अपनाते हैं, 
पहले तो चाय बनाते
और पिलाते हैं।

जब कुर्सी मिल जाय
तो पब्लिक को
भूल जाते हैं।

राजनीति में
चरित्र किसी का भी
ठीक नहीं होता
सिर्फ मतलब सिद्ध हो
बाकी कुछ ठीक नहीं लगता

उल्लू बनती है प्रजा
जो बेकार परेशान होती है
धूप पानी झेल कर
गले फाड कर नारे लगाने में
अपनी खुशी समझती है।

छोडो सब यह सब यूंहीं चलेगा
सुबह का वक्त है
एक प्याला चाय पर हिन्दोस्तां मिलेगा।
  • You, Ravi SharmaAshok SinghBagga Sk and 30 others like this.
  • S.p. Singh Politics is bad if it is used to benifit self and not the society.
  • Kamal Raj Agrawal Bahut sunder. No one can be trusted in Politics.
  • S.p. Singh खींच लाए हैं मेरे सरकार को,
    जिनको कविता से था न सरोकार, 
    पढेंगे रोज इसतरह कि है अखबार।

    Well said Sir. Request you to read and comment on my poems. It gives encouragement. Yesterday I have put some fabulous poems for Mr. Chadda and Verma Rajan of Naini unit.

    Looking forward to seeing you. Gr8 times.
    June 22 at 6:16am · Edited · Like · 3
  • Kamal Raj Agrawal I am regular reader of your poems which r superb. God bless u.
  • Rajan Varma चाय की राजनीति तो अंगरेज़ों के ज़माने से चली आ रही है- पिताश्री बताया करते थे कि उस ज़माने में हम लोगों ने चाय देखी नहीं थी तो अंगरेज़ों ने मुफ़त चाय पिला-पिला कर पहले हिंदुस्तानियों को चाय का गुलाम बनाया फ़िर राज किया- नहीं तो हम ग़रीबों को तो दो वक़्त की रोटी-अचार मिल जाये तो ९०% ज़रूरतें ख़त्म- अब उसी तरकीब ने कमल खिला दिया- एक समय-काल चक्र पूरा हुअा- "एक प्याली चाय पर हिंदोस्तां मिलेगा"- क्या बाखूबी चित्रण किया है सर आपने
  • S.p. Singh मार्केटिंग प्रोडक्ट्स की बहुत की है थोडी बहुत अपनी कल्पना की दुनिया की कविता की करूं तो मेरी नजर मे कोई गुनाह नहीं है।
    दोस्तों के कमेन्ट दिखते हैं तो लगता है कि हमारी कलम कुछ दिलों पर दस्तक देने में सक्षम हो रही है।
    कलम से_______
    कुछ जो कहा अपने चाहने वालों के दिल में उतर रहा है।
    शुभकामनाएं।
    June 22 at 7:07am · Edited · Like · 2
  • S.p. Singh चाय अंग्रेज मुफ्त पिलाते थे। यह तो मैने भी अपने दादा जी से सुना था। बिलकुल सही कहा है आपने।

    आपका बहुत बहुत धन्यवाद।
    June 22 at 7:09am · Edited · Like · 2
  • Rajan Varma जिसे आप मार्केटिंग कहते हैं उसे हम अपना सौभाग्य मानते हैं-
  • आशीष कैलाश तिवारी लिखने को सब लिखते हैं पर..... कहते हैं sp सर का है अंदाज़-ए-बयॉ औरSee Translation
  • S.p. Singh धन्यवाद तिवारी जी।
  • Anil Kumar Madan Apna kam banta bhad me jaye janta
  • Girish Mishra · 3 mutual friends
    Politi cs Will change in modi era.
  • S.p. Singh Hope for the best yet to come.
  • Ram Saran Singh सिंह साहब आपने ठीक कहा है । जनता को उल्लू बनना ही है । लेकिन थोड़ा धैर्य रखना उचित होगा । मुझे नहीं लगता कि मोदी वायदे से मुकरेंगे ।
  • Suresh Chadha Ek dum sahi kaha apne.aj kal rajniti mae sare neta apna ullu sidha kerte hae kursi mili chipak gay janta jae bhad mae
  • S.p. Singh सिंह साहब मैं जानता हूं कि आपको इस नये प्रशासन से बहुत उम्मीदें हैं। परंतु अभी तक कुछ ऐसा नहीं हुआ जिससे लगे कि हम बदलाव की ओर बढ रहे हैं। लोगों का धैर्य बहुत दिनों तक यह बरदाश्त नहीं कर पाएगा।

    हर दिशा में हम दिशा हीन होते जा रहे हैं।

    प्रगति कौन नहीं चाहेगा परंतु पता तो लगे परिवर्तन कंहा से शुरू होगा।
    आप यह मानेंगे कि मूलरूप में कांग्रेस और भाजपा में कोई विशेष फर्क नहीं है।
    कुछ भी हो जो हो शीघ्र हो। अन्यथा परिणाम देशहित में नहीं होंगे।
  • Ram Saran Singh मौजूदा हालात देख कर आपसे असहमत होने का साहस नहीं है । लेकिन एक बार मौक़ा देने में हर्ज नहीं है ।
  • S.p. Singh आज ही के फेसबुक के जरिए जो प्रतिक्रयाएं देखने को मिल रही हैं उनसे मैं उत्साहित महसूस नहीं कर पा रहा हूँ। कोई भी विषय हो वह चाहे महिलाओं की सुरक्षा को लेकर हो, महगाई हो, या मध्य प्रदेश में करप्शन को लेकर हो या चीन अथवा पाकिस्तान के साथ लगी सीमा से हो वह डुलमुल नीत नजर आ रही है।
    फिर भी मैं आपसे सहमत हूँ कि कुछ और वक्त मोदी जी को अपनी कथनी और करनी में अंतर नहीं वह दर्शा सकें।
    शुभकामनाएं प्रेषित करता हूं और आशा करता हूँ कि वह विजयी हों।
  • आशीष कैलाश तिवारी यहाँ पर मैं sp सर से पूर्ण सहमत हूँ सिंह साहब।See Translation
  • Neeraj Saxena · Friends with Kaushal Kumar and 2 others
    Sahi bat
  • Kalpana Chaturvedi Let us hope for the best to come
  • Sp Tripathi Hope against no hope.
  • Javed Usmani निर्वाचित सरकार जन साधारण के प्रति ,जितनी जवाबदेह और संवेदनशील होगी उतनी मज़बूत होगी ,अन्यथा की स्थिति इसके विपरीत होगीSee Translation
  • S.p. Singh आप बजा फरमाते है। जावेद भाई।

    धन्यवाद।
  • BN Pandey SIR RACHANA.. LAZBAAB AUR SAMAY KE ANUKUL. BAAH - BAAH TO BANATA HAI. LEKIN KISI BHI VYAKTI YA SAMOOH KE KIYE JA RAHE KARYO/ PRAYASO KE PRATI ASHA YA NIRASHA KI PRATIKRIYA CHAND DINO ME NAHI KAHI VA LIKHI JA SAKATI HAI. ABHI JO ZAMEEN MILI H...See More
  • Rajani Bhardwaj aapne shi farmaya h singh saheb
  • Adarsh Kumar I am extremely worried about the kind of handling of UP. Plum Posts going to most corrupt, 60% police stations headed by yadavs, very narrow out look of leaders, limited to their families, Police officials being killed by goons, electicity theft, sand ...See More

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