कलम से ....
स्त्री मन की बात तुम मदॆ कभी नहीं समझोगे,
समझना कोई मुश्किल नहीं फिर भी नहीं समझोगे । — with आशीष कैलाश तिवारी and 12 others.
स्त्री मन की बात तुम मदॆ कभी नहीं समझोगे,
समझना कोई मुश्किल नहीं फिर भी नहीं समझोगे । — with आशीष कैलाश तिवारी and 12 others.
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