कलम से ....
ऐसा कैसे होता है,
जिंदगी देखते-देखते किसी और की हो जाती है,
कोई धड़कन दूजे से मिल असरदार जो हो जाती है,
ऐसा कैसे होता है,
जिंदगी देखते-देखते किसी और की हो जाती है।
खाते है कसम ऐसा न होने देंगे,
जिंदगी वेवसता मुश्किलात मे बदल जाती है,
ऐसा कैसे होता है,
जिंदगी देखते-देखते किसी और की हो जाती है।
मौत आने से पूँछगे दुबारा आना कब होगा,
जबाब मिल जाए तो अच्छा न मिले तो भी अच्छा,
कहने को तो होगा यही,
चलो अच्छा हुआ जो भी हुआ,
मौत को आना ही था एक दिन,
अब ए जिंदगी उनकी हुई जाती है,
ऐसा कैसे होता है,
जिंदगी देखते-देखते किसी और की हो जाती है... — with Ramaa Singh and 7 others.
ऐसा कैसे होता है,
जिंदगी देखते-देखते किसी और की हो जाती है,
कोई धड़कन दूजे से मिल असरदार जो हो जाती है,
ऐसा कैसे होता है,
जिंदगी देखते-देखते किसी और की हो जाती है।
खाते है कसम ऐसा न होने देंगे,
जिंदगी वेवसता मुश्किलात मे बदल जाती है,
ऐसा कैसे होता है,
जिंदगी देखते-देखते किसी और की हो जाती है।
मौत आने से पूँछगे दुबारा आना कब होगा,
जबाब मिल जाए तो अच्छा न मिले तो भी अच्छा,
कहने को तो होगा यही,
चलो अच्छा हुआ जो भी हुआ,
मौत को आना ही था एक दिन,
अब ए जिंदगी उनकी हुई जाती है,
ऐसा कैसे होता है,
जिंदगी देखते-देखते किसी और की हो जाती है... — with Ramaa Singh and 7 others.
No comments:
Post a Comment