Good morning friends.
कल शाम से ही हो गया है मौसम को कुछ,
पूछ रहा हो जैसे बोल बरसूं या जाऊं,
रुक रुक कर......बरसने में आनंद आयेगा,
तू कहे तो मुझे झम झमा बरसने में भी मजा आयेगा। — with आशीष कैलाश तिवारी and 3 others.
कल शाम से ही हो गया है मौसम को कुछ,
पूछ रहा हो जैसे बोल बरसूं या जाऊं,
रुक रुक कर......बरसने में आनंद आयेगा,
तू कहे तो मुझे झम झमा बरसने में भी मजा आयेगा। — with आशीष कैलाश तिवारी and 3 others.
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