Sunday, July 13, 2014

सोने की तलाश सबको है !

'सोने की तलाश', इस रचना का सूत्रधार एक चित्र बना जो कुछ रोज पहले ही मित्र चन्द्राकर ने पोस्ट किया था। मेरी यह भेंट उन्हीं को ।

कलम से ....

सोने की तलाश
सबको है,

कोई तलाशता
मरु मे,
कोई तलाशे
खान मे,
कोई तलाशे
मान सम्मान मे।

सोने की तलाश,
सबको रहती है ।

सोने को
तरसता कोई,
टूटी खटिया मे,
बेशकीमती बिस्तर मे,
महबूब के आगोश मे,
माँ की प्यारी गोद मे।

सोने की तलाश
सबको रहती है।

कोई सोने की
बात करता है,
चिरनिद्रा मे जाने की बात करता है,
हमेशा-हमेशा को सोने की बात करता है,
आखिर सोता वही है जो सोने की बात करता है।
क्योंकि,
सोने की तलाश,
यह मन हमेशा करता है।
 — with आशीष कैलाश तिवारी and 19 others.
Photo: 'सोने की तलाश', इस रचना का सूत्रधार एक चित्र बना जो कुछ रोज पहले ही मित्र चन्द्राकर ने पोस्ट किया था। मेरी यह भेंट उन्हीं को ।

कलम से ....

सोने की तलाश
सबको है,

कोई तलाशता
मरु मे,
कोई तलाशे
खान मे,
कोई तलाशे
मान सम्मान मे।

सोने की तलाश,
सबको रहती है ।

सोने को
तरसता कोई,
टूटी खटिया मे,
बेशकीमती बिस्तर मे,
महबूब के आगोश मे,
माँ की प्यारी गोद मे।

सोने की तलाश
सबको रहती है।

कोई सोने की
बात करता है, 
चिरनिद्रा मे जाने की बात करता है,
हमेशा-हमेशा को सोने की बात करता है,
आखिर सोता वही है जो सोने की बात करता है।
क्योंकि,
सोने की तलाश,
यह मन हमेशा करता है।
  • Suresh Chadha Exactly ...Sir
    Atti ..Sunder
  • Ishwar Dass Bahut hi sunder
  • BN Pandey WAAH SIR KYA BAAT. AAJ KAL UMAR DARAZ LOG ES SONE KE LIYE HER MUMKIN KOSHISH ME PURI RAAT BITA DETE HAI PER ............" EK BAAR MAINE PUCHHI NID SE YE BAAT KI TUBHI NAHI AATI AB MUJH GAREEB KE PASS. TO HUS KER BOLI NID SUN AI KUMBUKT MAI TERE PASS RAHU YA TERE NASEEB KE PASS"
  • S.p. Singh BN Pandey : Pandey ji man khush kita hai.
    May 6 at 9:31am · Edited · Like · 1
  • BN Pandey THXS SIR YE TO AAP KI ZARRA NAWAZI HAI.
  • Ram Saran Singh आपने सही फ़रमाया है । तलाश की तलब बेहिसाब होती है ।
  • Ajay Kumar Misra Sona sab ke liye jaruri hai. Bahut hi achha laga.
  • Krishna Kumar Chandrakar Koi sone ki bat karta hai,.....aabhi tu chalna baki hai.
  • आशीष कैलाश तिवारी ',,,,,क्योंकि, सोने की तलाश, यह मन हमेशा करता है।',,,,,अद्भुत, अप्रतिम अनुभाव है S.p. Singh सर जी,,,,,,,वाहSee Translation
  • Chadha Vijay Kumar s p singh ji aap diamond hai God bless me
  • Bhawesh Asthana वाह, बहुत खूब I पांडेयजी! Aapki aankhon mein neend nahi aati,kyonki apne ghar mein kisi aur ko paa kar bhaag jaati hai.
  • BN Pandey ASTHANA JI ARZ HAI " YE HASEEN LOG YE HASEEN RAATE KHUSHNASIBO KE KAAM AATI HAI. PHIIR BHI UNKI SHIKAYATE JO HAI HUM GARIBO KE NAAM AATI HAI".
  • S.p. Singh BN Pandey : Kya baat hai.....
  • BN Pandey THXS SIR
  • Sp Tripathi इस कविता तथा इस पर लिखें कमेंट से मुझे ज़रा भी झिझक नहीं हो रही है कि जीवन की मजबूरियाो ने आप सभी के इस प्रतिभा को पीछे कर दिया था जब हम सभी साथ साथ थे । हम आज के वक़्त के शुक्रगुज़ार है कि आपकी प्रतिभा उजागर हो गई है और हमें ख़ुशी का माहौल दे रही है ।See Translation
  • Jai Wokhloo so nice sir
  • S.p. Singh Sp Tripathi : रमा ने ऐक दिन पुरानी डायरी देखी जिसमें कुछ कविताएँ जो मैंने मनकापुर प्रवास के समय लिखी थी और उसमें से ऐक कविता FB पर पोस्ट कर दी। मित्रों को पसंद आई और तबसे मुझे लिखने को कहा। मै फिर भी अधिक नहीं कह पाता था चूँकि जीवन चलाने के लिऐ काम मे लगा रहता था।
    इधर कुछ अधिक समय मिलने लगा है गाँव भी अब जाना पड रहा है।
    रमा कहने पर यह सब दुबारा शुरू किया है।पसंद किया जा रहाहै, अच्छा लगता है। अपनी बात कहीं चोट करती है, तो लोगों को अच्छी लगती है।
    देखो, यह सिलसिला कब तक चलता है।
    प्रेमभाव चले, अच्छा है। सारा, श्रेय रमा को।
  • Sp Tripathi सर, आपकी कविताओं का फ़ेसबुक पर हम रोज़ के अख़बार की तरह से इन्तज़ार करते हैं । फ़र्क़ इतना है कि अख़बार की ज़िन्दगी केवल दो घंटे की होती है और आपकी कृतियाँ बार बार पढ़ने के बावजूद फिर पढ़ने की उत्सुकता मन में जागती है ।कविता वही सही मायने में कविता है जो अपना असर पढ़ने और सुनने वाले के दिलोदिमाग़ पर करे । आपकी कविताएँ बख़ूबी यह कठिन कार्य कर रही हैं ।See Translation
  • S.p. Singh Sp Tripathi : सही कहें तो सभी को किसी न किसी का इंतजार रहता है । जिसको इतनी वाह वाही मिले इससे अच्छी और क्या बात होगी । मै निराश न करूँ ऐसा मेरा प्रयास रहेगा ।
    इस अदभुत प्यार और सम्मान के लिऐ साधुवाद और आशीष....
  • J.m. Garg kathin hai Jiwan mai Muskarana, Jo iska karan bane hum unehai salam karte hain.
  • S.p. Singh J.m. Garg : धन्यवाद. Your words are great encouragement.
  • Rajani Bhardwaj lali mere lal ki jit dekhun tit lal ...lali dekhan main gai to main bhi ho gai lal.............upyukt alnkar se sji ye kavita aneko rupak samete huye h khud me...badhai
  • S.p. Singh Rajani Bhardwaj : Apka thae dil se sukriya itani tarif ke liye jiske liaye shayad mujh main abhi who kabliyat nahi hai. Hum to likhte hia dil bahlane ko, logon ko pasand ajaye to kutch baat bane......
  • S.p. Singh सबसे सुंदर comments मुझे इस कविता के लिए मिले। धन्यवाद।
  • Madhvi Srivastava oh god u have such a great ability to express feelings beautifully........
  • S.p. Singh मै तो स्वयं को जानता ही नहीं था, 
    यार इक मिला,
    उसने मेरा मुझे पता बता दिया।

    दिलीप से कहना कि एक आधा शौक पाल लें वक्त कट जाता है। कुछ और नहीं तो फेसबुक पर पढने का ही सही।

    अच्छा लगा कि तुमने मेरे लिए कुछ अच्छे शव्द कहे। धन्यवाद
  • Brahmdeo Prasad Gupta gold is gold ...........one desire's for more.

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