Monday, August 25, 2014

कलम से____

मागूँ तो मागूँ क्या मागूँ
तूने सब कुछ दिया है
देना है तो दे अब अपनी मर्जी से
जो दिया है बहुत दिया है।

जीवन देकर ही बड़ा
अहसान किया है
है मुझे अहसास
कि तूने बड़ा काम किया है।

साथ मिला है उनका
जो हैं कुल श्रेष्ठ
नाम तूने ऐसे पिता का दिया है।

मै खुश हूँ बहुत
तुझे याद करके
नाम तेरा साथ रहे
यह आशीर्वाद तूने मुझे दिया है।

// surendrapalsingh//
 — with Puneet Chowdhary.
Photo: कलम से____

मागूँ तो मागूँ क्या मागूँ
तूने सब कुछ दिया है 
देना है तो दे अब अपनी मर्जी से
जो दिया है बहुत दिया है।

जीवन देकर ही बड़ा
अहसान किया है
है मुझे अहसास
कि तूने बड़ा काम किया है।

साथ मिला है उनका
जो हैं कुल श्रेष्ठ
नाम तूने ऐसे पिता का दिया है।

मै खुश हूँ बहुत
तुझे याद करके
नाम तेरा साथ रहे
यह आशीर्वाद तूने मुझे दिया है।

// surendrapalsingh//
  • Harihar Singh बहतरीन विचारSee Translation
  • Sp Dwivedi SUNDER KRITI.
  • Rajan Varma सत्य वचन; इसां का जन्म अता-फ़र्मा कर ईश्वर ने अपनी कृपा का परिचय दे दिया; माँ-बाप ने अच्छे संस्कार दे कर हमारी दिशा सत्य-चित्-आनन्द की तरफ़ bias कर- हमें सत्गुरू की चरण-शरण तक पहुँचने में मदद की अौर अपनी कृपा का परिचय दिया; सत्गुरू ने हम शरणागतों को स्वीकार कर मार्ग-दर्शन कर अपनी कृपा का परिचय दिया; अब उस मार्ग-का-अनुसरण कर हमें स्वयं पर अपनी कृपा का परिचय देना बाकी है; वक्त हौी बतायेगा कि वो वकत कब आयेगा? राधे राधे
  • Anjani Srivastava " सब जन्म मुझी से पाते हैं, फिर लौट मुझी में आते हैं...........". 
    जिसने जन्म लिया है, उसकी मृत्यु भी निश्चित है, प्रश्न ये है कि वह 'कर्मयोगी' की तरह जाता है या 'दुष्टयोगी' बनकर ? शुभ प्रभात ! राधे राधे.... सर जी
    See Translation
  • Ram Saran Singh आदरणीय । संसार में आ जाना बड़ी बात नहीं है । एक अच्छे संस्कार और चरित्र के साथ जीवन जीना बहुत बड़ी चीज़ है , वरना जन्म तो जानवरों का भी होता है । तथापि माँ और पिता के योगदान को कैसे बिसराया जा सकता है । अच्छे बिचार दिए आपने । धन्यवाद ।
  • Kamal Raj Agrawal bahut sunder
  • Sp Tripathi आज का दिन बहुत अच्छा दिन है । लगातार दो रचनाएँ (एक इस पोस्ट से पहले) बहुत ही अच्छी लगी ।See Translation
    23 hours ago · Unlike · 1
  • S.p. Singh यह रचना आप लोगों को पसंद आई मुझे अच्छा लगा। कविता में लगाया गया चित्र हमें माधवी श्रीवास्तव के माध्यम से प्राप्त हुआ इसिलिये सम्पूर्ण श्रेय ऊनके नाम।
  • Puneet Chowdhary Well said sir.We go to temple either to beg or ask or we feel scared somewhere.Now very few people go to thank that unseen force whom we address as GOD for making us what we are.For thanking for everything what we have.We normally complain what we don't have.
    11 hours ago · Unlike · 1
  • Yogendra Bhatnagar Superb Kumud

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