Friday, August 29, 2014

समय के एक तमाचे की देर है प्यारे,

कलम से____

समय के एक तमाचे की देर है प्यारे,
मेरी फ़क़ीरी भी क्या,
तेरी बादशाही भी क्या....!!!!

क्या खूबसूरत बयान है
सीख लेने के लिए।

न कर घमंड अपनी दौलत का
कमाया ही क्या है
सोच जरा
हवा का एक झोंका
बहुत है
यह ताश का महल ढ़हाने को
ख्वाब जो संजोए है तूने बडे अरमानों से।

मैं फकीरी में
खाली हाथ आया था
रोते हुए आया था
जग को जगाया था
खाली हाथ जाने का इरादा है मेरा
हसँते हुए हसाँते हुए जाऊँगा
आ साथ दे तू मेरा.........!!!

//surendrapalsingh//
 — with Puneet Chowdhary.
Photo: कलम से____

समय के एक तमाचे की देर है प्यारे, 
मेरी फ़क़ीरी भी क्या,
तेरी बादशाही भी क्या....!!!!

क्या खूबसूरत बयान है
सीख लेने के लिए।

न कर घमंड अपनी दौलत का
कमाया ही क्या है
सोच जरा
हवा का एक झोंका
बहुत है
यह ताश का महल ढ़हाने को
ख्वाब जो संजोए है तूने बडे अरमानों से।

मैं फकीरी में
खाली हाथ आया था
रोते हुए आया था
जग को जगाया था
खाली हाथ जाने का इरादा है मेरा
हसँते हुए हसाँते हुए जाऊँगा
आ साथ दे तू मेरा.........!!!

//surendrapalsingh//
  • Kapil Deo Sharma sir suparlike !!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!
  • Neelesh B Sokey Brilliant and rhythmic. Very good one.
  • Harihar Singh बहतरीन भाव।शुभ प्रभात राधेराधेSee Translation
  • Rajan Varma अंतिम यात्रा तो फ़कीर भी अौर अमीर भी- चार कांधों पर ही करते हैं; मरस्डीज़ अौर बी०एम०डब्लू का शमशान में प्रवेश वर्जित है; काम कर कुछ ऐसा कि हँसते हुये जा सके; राधे राधे- मँगल सुमंगल हो; नये दिवस का प्रथम पाठ- भले ही चार पंक्तियों का हो, पर किसी न किसी रूप में आइने का दायित्व अदा करें तो बेहतर; ऐसी मेरी इल्तज़ा है
  • Ram Saran Singh महोदय आपकी रचना में प्रात: जीवन और संसार की असारता के दर्शन हुए । हम सब जानते हैं कि यहाँ सब कुछ क्षणिक और नश्वर है फिर भी कोई इससे उबर नहीं पाता और यहीं मानव का भोलापन या कहिए दुर्बलता है । बढ़िया लगी रचना । धन्यवाद ।
  • Ram Saran Singh राजन वर्मा जी की टिप्पणी तो सारे भ्रम दूर कर देती है । बढ़िया । धन्यवाद ।
  • Puneet Chowdhary Sir this reminds of old film "Waqt".You have tried to bring realism a bitter way
  • Puneet Chowdhary Waqt is everything
  • BN Pandey MAN PROPOSES GOD DISPOSES...... GOD TUSI GREAT HO.....
  • Anil K Garg very true...
  • SN Gupta वाह, क्या बात क्या बात
  • Bhawesh Asthana खाली हाथ शाम आयी है खाली हाथ जायेगी आज भी न आया कोई खाली लौट जायेगी
    18 hours ago · Like · 1

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