Thursday, August 14, 2014

चर्चा ए आम है, लोग यह सब बूढ़े हो गए हैं !

कलम से _ _ _ _

चर्चा ए आम है,
लोग यह सब बूढ़े हो गए हैं,
सोचते हैं आगे की नहीं,
बस गुजरे कल के हो रहे हैं।

यह मैं नहीं,
मुझसे नौजवान सोचते हैं,
कहते रहते है,
पिछली पीढ़ी के लोग,
बस लैला-मजनूँ, हीर-रांझा की मोहब्बतों की बातें करते हैं,
आज के वक्त में,
क्या कोई कर पाएगा,
इतना समय किसके पास है,
सूचना तकनीक के समय में,
हम नेट पर चैट कर,
अपनी कह लेते हैं,
उनकी सुनते हैं,
कभी दिल रोता है,
तो आँसू भी बहा लेते हैं ।

हमारी दुनियाँ बस यही है,
जिंदगी नेट में बस गयी है।

हम खुश हैं इस ज़माने से,
आप खुश रहें अपने ज़माने में,
तन्हाइयाँ मिटाने की,
जरूरत नहीं रह गयी,
अब न दीजिए नसीहत,
महफिल सजाने की,
खुशी और गम,
जो भी हैं वो हमारे हैं ।

//surendrapal singh//

http://spsinghamaur.blogspot.in/
Photo: कलम से _ _ _ _

चर्चा ए आम है,
लोग यह सब बूढ़े हो गए हैं, 
सोचते हैं आगे की नहीं,
बस गुजरे कल के हो रहे हैं।

यह मैं नहीं,
मुझसे नौजवान सोचते हैं,
कहते रहते है,
पिछली पीढ़ी के लोग,
बस लैला-मजनूँ, हीर-रांझा की मोहब्बतों की बातें करते हैं,
आज के वक्त में,
क्या कोई कर पाएगा,
इतना समय किसके पास है,
सूचना तकनीक के समय में,
हम नेट पर चैट कर,
अपनी कह लेते हैं,
उनकी सुनते हैं,
कभी दिल रोता है,
तो आँसू भी बहा लेते हैं ।

हमारी दुनियाँ बस यही है,
जिंदगी नेट में बस गयी है।

हम खुश हैं इस ज़माने से,
आप खुश रहें अपने ज़माने में,
तन्हाइयाँ मिटाने की,
जरूरत नहीं रह गयी,
अब न दीजिए नसीहत,
महफिल सजाने की,
खुशी और गम,
जो भी हैं वो हमारे हैं ।

//surendrapal singh//

http://spsinghamaur.blogspot.in/
  • Shravan Kumar Sachan Chhodo Kal ki batey Kal ki bat purani.... Naye daur me likhegey mil ke nayi kahani.. Hum hindustani
    19 hours ago · Unlike · 3
  • Rajan Varma ज़िन्दगी 'नैट' में बस गई- अौर 'नट' बना कर रख दिया है नौजवानों को; रिश्तों की गर्मी, मिठास कड्ुवाहट सब सिमट कर टूटी-फ़ूटी SMS lingo में बय़ाँ हो जाती है- चाहे वो 'आई लव यू' हो या कि 'तलाक, तलाक, तलाक'- मोबाइल ही आता है इन सबके काम; चलो हमने अच्छा वक्त गुज़ार लिया- बच्चों की ज़िन्दगी है जैसे चाहें जी लें- समय अौर तकनीकी-युग को पीछे तो ढकेल नहीं सकते; गुज़रे ज़माने की बातें भी बेमानी सी लगती हैं-
    17 hours ago · Unlike · 5
  • Ram Saran Singh It is generation gap. We have to live with this sir.
    16 hours ago · Unlike · 4
  • Sp Tripathi 'समय' पर बड़ी अच्छी रचना । मुझे बहुत भाई ।See Translation
    16 hours ago · Unlike · 4
  • Suresh Chadha Atti uttam rachna 
    Aj or kal ka anter well said .sir
    See Translation
    16 hours ago · Unlike · 4
  • Harihar Singh बहुत सुन्दरSee Translation
    15 hours ago · Unlike · 2
  • Madhvi Srivastava a beautiful poem its bitter truth we have to live with the generation gap............
    12 hours ago · Unlike · 2
  • Anjani Srivastava बहुत खूब.. सर जी ! "हम खुश हैं इस ज़माने से" > कुछ सही तो कुछ खराब कहते हैं, लोग हमें बिगड़ा हुआ नवाब कहते हैं I "अब न दीजिए नसीहत" > यकीनन... आ गया है फर्क तुम्हारी नज़रों में, अब तुम हमें एक ख़ास अंदाज़ से नज़र अंदाज़ करते हो.......शुभ रात्री 'सर जी' !!!!!!!See Translation
    11 hours ago · Unlike · 1
  • BN Pandey LIFE ETANI FAST HO GAYEE HAI KI ADAMI EK RISTE ME BANDH KER RAHANAA NAHI CHAAHATAA.......WO AUR DIN THE JUB HUM SUKH-DUKH KE SAATHI THE.AUR AKHIRI SAANS TUK SAATH NIBHAANE KI KASAME KHAATE THE...AB N KASAME N VAADE......KEWAL CHATTING...AUR CHEATING............
    3 hours ago · Unlike · 3
  • S.p. Singh ऐसा न सोचिये लोग कहेंगे कि आप बैकवर्ड हैं।
    3 hours ago · Like · 2
  • BN Pandey SIR MUJHE APANE BACK-WARD HONE PER BAHUT NAAZ HAI KYOKI ES BACK WARD NESS ME ZINE ME MUJHE EK RUHAANI KHUSHABOO MILATI HAI.JO SHAAYAD FORWARD LOGO KO KABHI SAPANE ME BHI NASEEM N HO.MAI APANO KE SAATH APANO KE BEECH ORIGINAL ZINDAGI KAA ANAND BHOGTAA HU... DHANYBAAD YAAD DILAANE KE LIYE
    3 hours ago · Unlike · 4
  • S.p. Singh सुदंर अति सुन्दर।
    3 hours ago · Like · 1
  • BN Pandey SHUKRIYA SIR
    3 hours ago · Unlike · 2
  • Lalji Bagri ek ke bad ek chat karne ki adat hai laila ki tarah samay kanhan jo pyar kar sake,
  • S.p. Singh लगता तो कुछ कुछ म्हारे को भी ऐसा है जी।
  • Bhawesh Asthana बहुत बढिया
  • Chadha Vijay Kumar Na poocho jamane ko, ki kya humari kahani hain,
    Humari pehchaan to sirf ye h ki hum Hindustani h
  • S.p. Singh Wah Wah.

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