Monday, August 25, 2014

खुदा अगर रहम करे तो मैं यह मांग लूँ, लौटा दे मेरा बचपन मै फिर जवां बनूं।

कलम से____

खुदा अगर रहम करे तो मैं यह मांग लूँ,
लौटा दे मेरा बचपन मै फिर जवां बनूं।
तू लौटके आए फिर इस इस जहान में,
जवानी तुझ पे आऐ मैं तेरा इंतजार करूं।

//surendrapalsingh//
 — with Puneet Chowdhary.
Photo: कलम से____

खुदा अगर रहम करे तो मैं यह मांग लूँ, 
लौटा दे मेरा बचपन मै फिर जवां बनूं।
तू लौटके आए फिर इस इस जहान में,
जवानी तुझ पे आऐ मैं तेरा इंतजार करूं।

//surendrapalsingh//
  • Ram Saran Singh महोदय ख़ुदा से बड़ी विचित्र माँग कर डाली आपने । आपने उसे बड़ी उलझन में डाल दिया । ख़ैर वो चाहे जो करें लेकिन आप मन और हौसले से बुलंद बने रहिए । धन्यवाद ।
  • S.p. Singh शायरी/कविता के माध्यम से मागँ लेतें हैं कभी कुछ ऐसा जो हासिल न होता हो।
    कमेन्ट आपका बहुत मन भाया।
    धन्यवाद।
  • SN Gupta क्या बात क्या बात ,बहुत सुन्दर
  • Brahmdeo Prasad Gupta eternal feeling difficult to achieve.

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