Saturday, August 23, 2014

दूध मेरा लजाना नहीं....

कलम से____

दूध मेरा लजाना नहीं....

काम कुछ ऐसा करना नहीं
दूध मेरा लजाना नहीं।

नौ महीने
कोख में सभाँला था मैंने
प्रसव की पीड़ा सही थी मैंने
देखते ही पहली नजर
खुदा से दुआ की थी मैंने
लाल मेरा नाम रौशन करेगा
काम कोई तनिक वह
ऐसा न करेगा
दूध को मेरे वो न बदनाम करेगा।

नाज़ है मुझे अपनी औलाद पर
सही में वह इन्सान बना है
इन्सान रहेगा।

ए खुदा मुझे
तूने सब दिया
बडी नेमत है तेरी
बंदगी में तेरी रहेगी
मेरी पूरी जिन्दगी।

//surendrapalsingh//

http://spsinghamaur.blogspot.in/
 — with Puneet Chowdhary.
Photo: कलम से____

दूध मेरा लजाना नहीं....

काम कुछ ऐसा करना नहीं
दूध मेरा लजाना नहीं।

नौ महीने 
कोख में सभाँला था मैंने
प्रसव की पीड़ा सही थी मैंने
देखते ही पहली नजर 
खुदा से दुआ की थी मैंने
लाल मेरा नाम रौशन करेगा
काम कोई तनिक वह 
ऐसा न करेगा
दूध को मेरे वो न बदनाम करेगा।

नाज़ है मुझे अपनी औलाद पर
सही में वह इन्सान बना है
इन्सान रहेगा।

ए खुदा मुझे 
तूने सब दिया 
बडी नेमत है तेरी
बंदगी में तेरी रहेगी
मेरी पूरी जिन्दगी।

//surendrapalsingh//

http://spsinghamaur.blogspot.in/
  • Rajan Varma 'खुदा की नेमत इतनी बरसी जिसके मैं लायक नहीं था; बंदगी में तेरी रहेगी मेरी पूरी ज़िन्दगी- तो क्योंकर बदनाम होगा दूध तेरा'- जिसे मौत (का ख़ौफ़) अौर खुदा (की रहमत) याद रहती है उससे कोई ऐसा काम स्वप्न में भी नहीं हो सकता जो माँ की कोख को कलंकित कर दे- ऐसा मेरा मानना है; सुन्दर कृति
  • S.p. Singh यही भाव मेरे मन भीतर जन्मा था इस रचना के लिए।
  • Suresh Chadha Sat Sat Naman Mateshwari ko
  • Lalji Bagri bahut khoob
    23 hours ago · Unlike · 1
  • Ram Saran Singh दूध की लाज रखना संवेदना पूर्ण रचना है । लायक औलाद वाले माँ -बाप का जीवन सफल हो जाता है धन्यवाद।
    22 hours ago · Unlike · 1
  • Ishwar Dass very nice
    22 hours ago · Unlike · 1

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