Wednesday, August 20, 2014

आज चलते हैं बहुत दिन बाद गावँ की ओर।

कलम से____

08 20 2014

सुप्रभात दोस्तों। Good morning friends. Let this Wednesday bring new cheers in your life.

आज चलते हैं बहुत दिन बाद गावँ की ओर।

परिवर्तन की बयार चल रही है धीरी रफ्तार से पर चल रही है। जिन्दगी को छू रही है। कुछ लोगों को फायदा पहुँच रहा है। सब अछूते भी नहीं है।

रौशनी रौशन कर रही है अभी थोडे ही सही पर कर रही है। अभी भी एक वर्ग है जो टैक्नोलॉजी का लाभ उठा रहा है। दूसरे आस भरी निगाहों से उनकी ओर देख रहे हैं। एक दिन सूरज उनके घर में भी रौशनी लाएगा।

नई सरकार सपने दिखा रही है। सुदंर है सपनों पर तो सबका अधिकार है। सपने ही तो इन्सान को आगे ले जाते हैं। सपने भी तो आखिर अपने होते हैं।

गांव में आज भी दाता पाता हैं। दोनों में पीढ़ी दर पीढ़ी के मधुर सम्बन्ध भी बने हुए हैं।

आज एक झलक प्रगति और उन पुराने सम्बंधों की।

"ठाकुर साहब की
पुरानी हवेली में
रौनक आ गई है
जब से सोलर लाइट
वहाँ आ गई है।

वैसे तो मुआ ये अन्धेरा
अपनी किस्मत का हिस्सा है
राहत बडी महसूस होती है
चलो हम नहीं किसी की
किस्मत रौशन रहती है।

रहम दिल हैं बहुत
हमारे मालिक
दिवाली उनके घर ही नहीं
हमारे यहाँ भी मनती है।

उनके दरवज्जे से
रौशनी छन के जो आती है
मुनियां उसी में पढ़ती है
ख्वाब कुछ सजोये हैं उसने
लैपटॉप में न जाने वो क्या करती है।

सरकार ने लैपटॉप दिया है
मगर बिजली नहीं है दी
मालिक मेहरबान हैं
थोडी बहुत जो मिलती है
वो उनके सोलर प्लांट से ही मिलती है।

गरीब गरीब ही रहेगा
अमीर अमीर बना रहेगा
सलामत रहें सरकार हमारे
हमारी आस बस उनसे है
वह रहेगें, तो हम सलामत रहेगें
सरकार के सहारे न हम चले हैं, न चलेंगे।"

//surendrapal singh//

http://spsinghamaur.blogspot.in/
 — with Puneet Chowdhary.
Photo: कलम से____

08 20 2014

सुप्रभात दोस्तों। Good morning friends. Let this Wednesday bring new cheers in your life.

आज चलते हैं बहुत दिन बाद गावँ की ओर।

परिवर्तन की बयार चल रही है धीरी रफ्तार से पर चल रही है। जिन्दगी को छू रही है। कुछ लोगों को फायदा पहुँच रहा है। सब अछूते भी नहीं है।

रौशनी रौशन कर रही है अभी थोडे ही सही पर कर रही है। अभी भी एक वर्ग है जो टैक्नोलॉजी का लाभ उठा रहा है। दूसरे आस भरी निगाहों से उनकी ओर देख रहे हैं। एक दिन सूरज उनके घर में भी रौशनी लाएगा।

नई सरकार सपने दिखा रही है। सुदंर है सपनों पर तो सबका अधिकार है। सपने ही तो इन्सान को आगे ले जाते हैं। सपने भी तो आखिर अपने होते हैं।

गांव में आज भी दाता पाता हैं। दोनों में पीढ़ी दर पीढ़ी के मधुर सम्बन्ध भी बने हुए हैं। 

आज एक झलक प्रगति और उन पुराने सम्बंधों की।

"ठाकुर साहब की
पुरानी हवेली में
रौनक आ गई है
जब से सोलर लाइट
वहाँ आ गई है।

वैसे तो मुआ ये अन्धेरा
अपनी किस्मत का हिस्सा है
राहत बडी महसूस होती है
चलो हम नहीं किसी की
किस्मत रौशन रहती है।

रहम दिल हैं बहुत
हमारे मालिक
दिवाली उनके घर ही नहीं
हमारे यहाँ भी मनती है।

उनके दरवज्जे से
रौशनी छन के जो आती है
मुनियां उसी में पढ़ती है
ख्वाब कुछ सजोये हैं उसने
लैपटॉप में न जाने वो क्या करती है।

सरकार ने लैपटॉप दिया है
मगर बिजली नहीं है दी
मालिक मेहरबान हैं 
थोडी बहुत जो मिलती है
वो उनके सोलर प्लांट से ही मिलती है।

गरीब गरीब ही रहेगा
अमीर अमीर बना रहेगा
सलामत रहें सरकार हमारे
हमारी आस बस उनसे है
वह रहेगें, तो हम सलामत रहेगें
सरकार के सहारे न हम चले हैं, न चलेंगे।"

//surendrapal singh//

http://spsinghamaur.blogspot.in/
  • Tahsin Usmani Waah.Excellent.
  • S.p. Singh शुक्रिया तहसीन भाई।
  • Harihar Singh शुभ प्रभात राधे राधे।बहुत सुन्दर चित्रण ।कमाल की अभिव्यक्ति।See Translation
  • S.p. Singh हम लोग शहर आ तो गए फिर भी दिल कहीं वहीं गांव में रहता है,
    सपने सजोए थे बहुत लेकिन वह सब दूर का सपना लगता है।

    राधे राधे।
  • S.p. Singh शुक्रिया जावेद भाई।
  • Sp Dwivedi बदलते परिस्थितिओं का यथार्थ चित्रण.
  • Arun Kumar Singh सर नमस्ते
  • S.p. Singh सुप्रभात।
  • BN Pandey AAJ KE ZAMAANE ME EN KURSI PER BAITH KER HUKUMAT CHALAANE WAALO KO HUM SARKAAR KER KER SARKAAR SHABD KAA MAZAAK URAAYEGE.........YE TO AISE BHERIYE HAI JO KHUD BHUKHE NANGE VOTE KE PICHHE APANAA KHUD KAA ULLU SIDHAA KARATE HAI...........JO SUCH MUCH KE KHAANDAANI RAISH LOG HUA KARATE THE WO ASALI MAANO ME SARKAAR HOTE THE. AAJ BHI APANE VANDO KAA KUCHH N KUCHH BHALAA KARATE HAI....YE NAZAARAA GAO ME HAI............".YE HAMAARE GAWAI SARKAAR KAA NOOR HAI JO PER RAHAA HAI CHEHARE PER VARANAA KAUN HUME DEKHATAA ANDHERE ME" .............CHHOTAKAA BABU SALAAM
  • S.p. Singh बहुत खूब।
  • BN Pandey THXS SIR
  • Lata Yadav bahut hi pyari hai
  • S.p. Singh मैं हर रोज कोशिश करता हूँ कि कूछ लिखूँ। बस यह उसका कमाल है।
  • S.p. Singh आप भी लिखिए और नियमित रूप में लिखिए। जब लिखना है तो हम क्यों न कुछ ऐसा लिखें जिसमें समाज का कुछ लाभ हो। लता दीदी आप कृपया चुप न हों।
  • Rajan Varma मालिक भी ग़र ज़मीदार की तरह होता, तो गरीब दिवाली तो क्या अपनी मर्ज़ी से हँस भी न पाता; सच- बहुत रहम दिल है मालिक; अमीरी-ग़रीबी की खाई तो शायद कभी न पट पायेगी- सोहार्द बना रहे, ठाकुर/अमीर शोषण न करे ग़रीब का, ग़रीब को भी इँसान समझे- वही हम इस दौर की उपलब्धि मान लेंगे- अौर गरीब की खुश-किस्मती; 
    नई सरकार से कुछ इसी तरह की उमीदें लगा बैठा है ये इंसान
  • S.p. Singh मैं अक्सर सुप्रभात की पोस्ट फेसबुक पर पोस्ट कर घूमने निकलता हूँ। पार्क में घूमने के बाद कुछ देर हम उम्र लोग बैठ गपशप भी कर लेते हैं।

    आज भी यही हुआ। अस्थाना साहब जो कि HSCL के अवकाश प्राप्त इन्जीनियर हैं और आजमगढ के रहने वाले हैं अपने बच्चों के साथ यहीं कौशांबी में ही मकान ले लिए हैं और यहीं रह रह रहे हैं।

    उनके कहने पर कभी कभी जो लिखता हूँ उन्हें सुना देता हूँ। जब आज ही लिखी ठाकुर साहब की पुरानी हवेली पर सोलर लाइट वाली कविता सुनाई तो वह कहने लगे कि वाह आपने तो आज अपने ठाकुर जी( कृष्ण भगवान)को बिल्कुल नए रूप में प्रस्तुत किया है जो अपने लोगों का ख्याल भी रखते हैं। सरकार के भी दो रूप रख दिए हैं। एक तो ठाकुर जी स्वयं और दूसरे हमारे अखिलेश भाई जी की सरकार।

    मैं कुछ वोला नहीं। मुझे जो प्रतिक्रया मिली प्रसाद समझ ग्रहण कर ली।

    राजन जी जो आपने कहा वह भी यही समझ ग्रहण कर रहा हूँ।
  • Chadha Vijay Kumar Never think more about past,it brings tears.

    don't think more about future,it brings fears,

    think about my sweet Sir S P Singh on FB,which always brings cheers.
  • S.p. Singh Indeed good one Chadda Sir.
  • Shravan Kumar Sachan About 100 yr. Old system must be emplimented ln our villages with morden look.....
  • Anjani Srivastava "गरीब.............. गरीब ही रहेगा
    अमीर............. अमीर ही बना रहेगा !" कभी ज़िंदगी..... एक पल में गुज़र जाती हैं
    कभी ज़िंदगी का एक पल..... नहीं गुज़रता.
    See Translation
    23 hours ago · Unlike · 3
  • Puneet Chowdhary It has satire,it has humour and it highlights serious power problem facing Indian rural areas and government apathy.All in one .Amar Akbar Anthony.
    23 hours ago · Unlike · 2
  • Ajay Kumar Misra स्वयं ही आगे बढ़ना होगा । मंजिल अवश्य मिलेगी । राधे राधेSee Translation
    22 hours ago · Unlike · 1
  • S.p. Singh Puneet Chowdhary: You are nice to find all three in one. Wonderfully packaged, you mean. Nice nan.

No comments:

Post a Comment