Wednesday, August 13, 2014

प्रहरी तुम सजग रहना दुश्मन घात लगाए बैठा है

कलम से____

प्रहरी तुम सजग रहना
दुश्मन घात लगाए बैठा है
हर हरकत को देख ध्यान से है रहा
देना एक न मौका वार उसको करने का
थोडी भी आहट पर पहला प्रहार तुम्हारा हो
सम्पूर्ण राष्ट्र पीछे है तुम्हारे, शान बनाए रखना
अबके सिर धड से पहले उनका कलम करना
चढा कटे शीष माँ के चरणों गौरव प्राप्त करना
सीने पर हो प्रहार कडा भागते को छोड देना
प्रहरी टोलियाँ छोटी बना सजग हमेशा रहना
पुरखों की गौरव गाथा का ध्यान करते रहना
युद्ध भूमि में अंगद का पावं जमा कर लडना
अश्त्र शश्त्र की पूजा नितदिन कर्तव्य समझ करना
देवी माँ का नाम ले दुश्मन के सीने चढ़ना
भारत माता का सपूत है तू इसे भूल न जाना
नाज़ करे दुनियां सभी काम ऐसे करना
चढ़ जा चढ़ जा हिमालय तेरा है अपना
चोटी बैठ निगाह दुश्मन पर बनाए रखना
प्रहरी हमेशा चुस्त दुरुस्त चौकन्ने रहना
दुश्मन की सोच से दो कदम आगे रहना
रणभूमि में रणभेरी हो जब सदैव सजग रहना
वार दुश्मन पर हो पहला तेरा यह प्रयास करना

प्रहरी हम सब तेरे पीछे हैं
भारत माँ की लाज तुम्हारे ही हाथ है
ध्यान बनाए रहना।

//surendrapal singh//

http://spsinghamaur.blogspot.in/
 — with Puneet Chowdhary.
Photo: कलम से____

प्रहरी तुम सजग रहना
दुश्मन घात लगाए बैठा है
हर हरकत को देख ध्यान से है रहा 
देना एक न मौका वार उसको करने का
थोडी भी आहट पर पहला प्रहार तुम्हारा हो
सम्पूर्ण राष्ट्र पीछे है तुम्हारे, शान बनाए रखना
अबके सिर धड से पहले उनका कलम करना
चढा कटे शीष माँ के चरणों गौरव प्राप्त करना
सीने पर हो प्रहार कडा भागते को छोड देना
प्रहरी टोलियाँ छोटी बना सजग हमेशा रहना
पुरखों की गौरव गाथा का ध्यान करते रहना
युद्ध भूमि में अंगद का पावं जमा कर लडना
अश्त्र शश्त्र की पूजा नितदिन कर्तव्य समझ करना
देवी माँ का नाम ले दुश्मन के सीने चढ़ना
भारत माता का सपूत है तू इसे भूल न जाना
नाज़ करे दुनियां सभी काम ऐसे करना
चढ़ जा चढ़ जा हिमालय तेरा है अपना
चोटी बैठ निगाह दुश्मन पर बनाए रखना
प्रहरी हमेशा चुस्त दुरुस्त चौकन्ने रहना
दुश्मन की सोच से दो कदम आगे रहना
रणभूमि में रणभेरी हो जब सदैव सजग रहना
वार दुश्मन पर हो पहला तेरा यह प्रयास करना

प्रहरी हम सब तेरे पीछे हैं 
भारत माँ की लाज तुम्हारे ही हाथ है 
ध्यान बनाए रहना।

//surendrapal singh//

http://spsinghamaur.blogspot.in/
  • Harihar Singh वीर रस से युक्त रचना का स्वागत है श्रीमानSee Translation
  • Ajay Kumar Misra सुन्दर अति सुन्दर प्रस्तुति ।
    ॥ वन्दे मातरम् ॥
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  • Anjani Srivastava ए प्रहरी, 'दुश्मन की सोच से दो कदम आगे रहना......' उसने तुम्हारे दो मारे ...अब तुम उनके चार मारो, फिर वो तुम्हारे सौ मारेंगे......फिर तुम उनके हजार मारना........ "भारत माँ की लाज बचाए रहना " ए प्रहरी, हम सब तेरे पीछे हैं..
    हम सब तेरे पीछे हैं...
    See Translation
  • Sp Tripathi १५ अगस्त के संन्दर्भ में बहुत ही सामयिक और सुन्दर रचना । मुझे बहुत ही प्रेरक लगी ।See Translation
  • Kamal Raj Agrawal आज के सदंर्भ मे ऐसी रचनाओ/प्रवचनो की बहुत जरुरत है जिसके लिये आप बधाई के पात्र है ये न केवल हमारे बहादुर सैनिको के हौसला अवजाई के लिये जरुरी है वरन देश वासीयो के लिये भी उतना ही आवश्यक है कि वो सचेत रहे उन दुश्मनो से जो हमारे बीच रहकर शत्रुओ का साथ देते है

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