Saturday, August 16, 2014

कलम से____

हर दिन पहाडी के पीछे से तुम आते हो
काम अधिक करने हैं संदेश कानों में दे जाते हो।
मनवा मेरा पागल है तैयारी काम की करता है
टूट जाता है एक बिखरा स्वपन सा लगता है।

है कहाँ काम बचा जो था भी वह सब खत्म हुआ
बरबादी चहुँओर हई है सबकुछ तबाह है हुआ

शिव के तांडव से पर्वत ध्वस्त हुआ आस्था का दीप है बुझा
आशा टूटी फूटी किस्मत ले कहाँ जाऊँ काम कहां से मैं लाऊँ।

//surendrapal singh//

http://spsinghamaur.blogspot.in/

Photo: कलम से____

हर दिन पहाडी के पीछे से तुम आते हो
काम अधिक करने हैं संदेश कानों में दे जाते हो।
मनवा मेरा पागल है तैयारी काम की करता है
टूट जाता है एक बिखरा स्वपन सा लगता है।

है कहाँ काम बचा जो था भी वह सब खत्म हुआ
बरबादी चहुँओर हई है सबकुछ तबाह है हुआ

शिव के तांडव से पर्वत ध्वस्त हुआ आस्था का दीप है बुझा
आशा टूटी फूटी किस्मत ले कहाँ जाऊँ काम कहां से मैं लाऊँ।

//surendrapal singh//

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  • Rajan Varma आज के अख़बार में नेपाल के बैराजों से पानी छोड़े जाने से (शायद वहाँ भी बादल फ़टने से भूस्ख़लन हुआ है) उत्तरप्रदेश के कई इलाकोँ में बाढ़ आ गई है अौर नदियाँ ख़तरे के निशान से ऊपर बह रही हैं; कुछ ३०० लोग लापता बताये जा रहे हैं- ऐसे में आपकी ये रचना उस त्रा...See More
    2 hours ago · Unlike · 2
  • S.p. Singh कोई आएगा वही हालात बदल पाएगा
    आस उस पर है टिकी कृष्णा ही कुछ अब कर पाएगा।
    2 hours ago · Like · 2
  • Ajay Jain Jale pe namak chhidakna jesi dukhad ghatna
    41 minutes ago · Edited · Unlike · 2
  • S.p. Singh अभी फिर भूस्खलन हुआ और मानव जीवन त्रस्त हुआ
    बार बार यह क्यों होता है प्रश्न यह हर मन में जगता है।
    • SN Gupta हे शिव तुमने ये क्या किया नभ को रुला दिया
      तांडव तुमने कैसा किया सब कुछ स्वाहा किया
      भक्तों की क्या त्रुटि थी वे तो दर्शन को आये थे
      कोटि - कोटि हाथ श्रद्धा के सुमन चढाने आये थे
      सब ले आस पाप मुक्ति की धाम तुम्हारे आये थे 
      क्या भूल हो गई हे प्र...भु !जो प्रलय ले के धाये थे 
      वन पुष्प बह गए आस्था के दीपक भी बह गए
      कहीं ग्राम कहीं धाम बहे कहीं पर्वत भी ढह गए
      इस महा विनाश ने घरों का दीपक बुझा दिया
      सब मिट गए पर तुमने अपना घर बचा लिया!!
      21 hours ago · Unlike · 3
    • S.p. Singh बहुत सुंदर।
    • Ajay Kumar Misra किसी ज्ञानी ने कहा था कि 
      "परिवर्तने-जगत"
      वही परिवर्तन हो रहा है। प्रकृति बचाओ में
      ...See More
      See Translation
      19 hours ago · Unlike · 2
    • Bhawesh Asthana बहुत ही 'दुखद
      18 hours ago · Unlike · 1
    • Bhawesh Asthana इससे शर्मनाक और क्या हो सकता है
    • Bhawesh Asthana 2nd post is by mistake sorry

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