Friday, August 29, 2014

मिले जो बहुत रोज़ बाद

कलम से____

मिले जो बहुत रोज़ बाद
कहने लगे किब्ला क्या हाल है
अब आप आप नहीं रहे
अब आप खासे आम हो गए !

पहले तो समझ न पाया
कि वह क्या कह गए
जोर ड़ाला दिमाग पर
तो पाया ज़नाब चोट कर गए !

ऐसा क्या देख लिया
जो आपने यह कह दिया
हँस के वह बोले कि
आप तो अब लोगों के
फेसबुकिया यार हो गए !

शरमा गए हम भी क्या कहते
कहा ज़र्रानवाज़ी हैं आपकी
हम तो नाचीज़ हैं
चीज़ कहाँ से हो गए !!!

आदावअर्ज है.....

//surendrapal singh//

http://spsinghamaur.blogspot.in/
 — with Puneet Chowdhary.
Photo: कलम से____

मिले जो बहुत रोज़ बाद
कहने लगे किब्ला क्या हाल है
अब आप आप नहीं रहे
अब आप खासे आम हो गए !

पहले तो समझ न पाया
कि वह क्या कह गए
जोर ड़ाला दिमाग पर
तो पाया ज़नाब चोट कर गए !

ऐसा क्या देख लिया
जो आपने यह कह दिया
हँस के वह बोले कि
आप तो अब लोगों के
फेसबुकिया यार हो गए !

शरमा गए हम भी क्या कहते 
कहा ज़र्रानवाज़ी हैं आपकी 
हम तो नाचीज़ हैं
चीज़ कहाँ से हो गए !!!

आदावअर्ज है.....

//surendrapal singh//

http://spsinghamaur.blogspot.in/

No comments:

Post a Comment