Wednesday, August 20, 2014

जीवन एक उत्सव है, जो यह रहस्य जान चुके हैं, सुखी हैं।

सुप्रभात दोस्तों। Good morning friends.
08 21 2014

जीवन एक उत्सव है, जो यह रहस्य जान चुके हैं, सुखी हैं। जो नहीं समझे इस दर्शन को वह यातनाएं भोग रहे हैं।

जीवन के उपरोक्त दर्शन की लोग अपने समय और काल तथा सुविधानुसार व्याख्या करेगें। जीवन में अगींभूत करेगें। अच्छा होगा या बुरा कहना मुश्किल है। जो भी होगा अच्छा होगा फिलहाल यही मान कर चलना बेहतर है।

आज मैं भी Gen. Nxt. की बात करता हूँ। कल कैसा होगा, इसका कुछ बयान करता हूँ। जो अपने को बहुत Forward Think Tank कहते हैं, सोच कर कहें क्या मैं सच कहता हूँ? Time Table आप बनाएं, मैं नहीं। कब और कितना समय लगेगा अभी Forward बनने में। कितना और वक्त लगेगा? यह होगा भी, या नहीं। या शायद, फिर से हम लौट चलें जांए जहाँ से आए थे, वहीं चले चलें।

जो भी होगा, अच्छा होगा। इसके सिवाय कुछ न होगा। कुछ लोग अगाडी कह लाएगें, कुछ पिछाडी रह जाएगें।

चलिए, लेते हैं एक नजारा, कैसा होगा कल हमारा।

"थोड़े दिनों की बात है इस पीढ़ी के लोग पिछड़ जाएगें
नौजवान पीछे हमको कर आगे निकल जाएंगे।

स्कूल और कॉलेज की पढ़ाई-लिखाई घर से ही होगी
नैट की सुविधा की देर है यह व्यवस्था पूरे देश में होगी।

आफिस भी जाना न पड़ेगा डाँट अफसर की खानी न पड़ेगी
घर से निकलने का सबब ही न होगा दोस्ती यारी सब खत्म होगी।

शादी भी भला लोग क्यों करेगें जब आप्शन लिवइन रिलेशनशिप का रहेगा
अच्छा है बच्चों की मुसीबत भी न होगी हम दो की खुशी बहुत रहेगी।

ऐश करेगें मियाँ बीबी मिलकर साथ कोई न रहा करेगा
खूब खाएंगे पिया करेगें शैम्पेन की बोतल खोला करेगें।

थोड़े दिनों की बात है इस पीढ़ी के लोग पिछड़ जाएगें
नौजवान पीछे हमको कर आगे निकल जाएंगे।

जेनरेशन नेक्स्ट हर कुछ नया करेगी मानवता ......
आखँ के आसूँ भी सूख जाएगें बहें क्यों यह पूछा करेगें।"

//surendrapalsingh//

http://spsinghamaur.blogspot.in/ //
 — with Puneet Chowdhary.
Photo: सुप्रभात दोस्तों। Good morning friends.
08 21 2014

जीवन एक उत्सव है, जो यह रहस्य जान चुके हैं, सुखी हैं। जो नहीं समझे इस दर्शन को वह यातनाएं भोग रहे हैं।

जीवन के उपरोक्त दर्शन की लोग अपने समय और काल तथा सुविधानुसार व्याख्या करेगें। जीवन में अगींभूत करेगें। अच्छा होगा या बुरा कहना मुश्किल है। जो भी होगा अच्छा होगा फिलहाल यही मान कर चलना बेहतर है। 

आज मैं भी Gen. Nxt. की बात करता हूँ। कल कैसा होगा, इसका कुछ बयान करता हूँ। जो अपने को बहुत Forward Think Tank कहते हैं, सोच कर कहें क्या मैं सच कहता हूँ? Time Table आप बनाएं, मैं नहीं। कब और कितना समय लगेगा अभी Forward बनने में। कितना और वक्त लगेगा? यह होगा भी, या नहीं। या शायद, फिर से हम लौट चलें जांए जहाँ से आए थे, वहीं चले चलें।

जो भी होगा, अच्छा होगा। इसके सिवाय कुछ न होगा। कुछ लोग अगाडी कह लाएगें, कुछ पिछाडी रह जाएगें।

चलिए, लेते हैं एक नजारा, कैसा होगा कल हमारा।

"थोड़े दिनों की बात है इस पीढ़ी के लोग पिछड़ जाएगें
नौजवान पीछे हमको कर आगे निकल जाएंगे।

स्कूल और कॉलेज की पढ़ाई-लिखाई घर से ही होगी
नैट की सुविधा की देर है यह व्यवस्था पूरे देश में होगी।

आफिस भी जाना न पड़ेगा डाँट अफसर की खानी न पड़ेगी
घर से निकलने का सबब ही न होगा दोस्ती यारी सब खत्म होगी।

शादी भी भला लोग क्यों करेगें जब आप्शन लिवइन रिलेशनशिप का रहेगा
अच्छा है बच्चों की मुसीबत भी न होगी हम दो की खुशी बहुत रहेगी।

ऐश करेगें मियाँ बीबी मिलकर साथ कोई न रहा करेगा
खूब खाएंगे पिया करेगें शैम्पेन की बोतल खोला करेगें।  

थोड़े दिनों की बात है इस पीढ़ी के लोग पिछड़ जाएगें
नौजवान पीछे हमको कर आगे निकल जाएंगे।

जेनरेशन नेक्स्ट हर कुछ नया करेगी मानवता ......
आखँ के आसूँ भी सूख जाएगें बहें क्यों यह पूछा करेगें।"

//surendrapalsingh//

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