Saturday, July 26, 2014

मन बहुत करता है ____

कलम से _ _ _ _

मन बहुत करता है ____
घर से निकल बाहर जाने को ।

मन बहुत करता है ____
बचपन में लौट जाने को।

मन बहुत करता है ____
पंक्षी बन आकाश में उडने को।

मन बहुत करता है ____
चांद तारों से खेलने को।

मन बहुत करता है ____
बादलों सा बरसने को।

मन बहुत करता है ____
तनहाई में उनसे मिलने को।

मन बहुत करता है ____
गेसुओं से खेलने को।

मन बहुत करता है ____
फूल एक गेशूओं में टांकने को।

मन बहुत करता है ____
रूठे हुओं को मनाने को।

मन बहुत करता है ____
रोते हुए को हंसाने को।

मन बहुत करता है ____
दूर बहुत दूर चले जाने को।

मन बहुत करता है ____

//surendrapal singh//

07262014

http://1945spsingh.blogspot.in/
 — with Puneet Chowdhary.
Photo: कलम से _ _ _ _

मन बहुत करता है ____
घर से निकल बाहर जाने को ।

मन बहुत करता है ____
बचपन में लौट जाने को।

मन बहुत करता है ____
पंक्षी बन आकाश में उडने को।

मन बहुत करता है ____
चांद तारों से खेलने को।

मन बहुत करता है ____
बादलों सा बरसने को।

मन बहुत करता है ____
तनहाई में उनसे मिलने को।

मन बहुत करता है ____
गेसुओं से खेलने को।

मन बहुत करता है ____
फूल एक गेशूओं में टांकने को।

मन बहुत करता है ____
रूठे हुओं को मनाने को।

मन बहुत करता है ____
रोते हुए को हंसाने को।

मन बहुत करता है ____
दूर बहुत दूर चले जाने को।

मन बहुत करता है ____

//surendrapal singh//

07262014

http://1945spsingh.blogspot.in/
  • Rajan Varma अति सुन्दर कृति- 'मन करता है'- मन की उड़ान को निर्विघ््न उड़ते देखना, मौन रह कर- इसे दिन में स्वप्न देखना भी कहते हैं कुछ लोग- अौर यही वो स्वप्न हैं जो कभी साकार होने का दम भरते हैं; परिकल्पना ही नहीं करेंगे 'तन्हाई में उनसे मिलने का, गेसुअों से खेलने का' तो कौन से नक्शे-कदम पर चल कर ये ख्वाब पूरा होगा; 'मन करता है' अपने प्रियतम के चरण-कमलों में ऐसा मन लगे कि इस दुनिया की सुध-बुध ही न रहे
    22 hours ago · Unlike · 2
  • S.p. Singh अति सुन्दर उडान को पंख मिले आपकी कलम से। बहुत बहुत धन्यवाद, शुक्रिया।
    21 hours ago · Like · 1
  • Kamal Raj Agrawal बहुत सुन्दर क्रति ' मन करता है ' यही भावना इन्सान को जीवन मे कुछ करने की प्रेरना देती है बधाईयां
    21 hours ago · Unlike · 2
  • Harihar Singh वाह जी वाहSee Translation
    21 hours ago · Unlike · 1
  • Krishna Kumud Tewari सुन्दर भाव उठाया है सर इस रचना में.. साधुवाद...
    मन.. न जाने क्या-क्या करने को करता है.. जो बस में है सो करता है.. जो नहीं तो मसोसता है मन.. मन ही तो है जो चंचल है.. न जाने कहां-कहां विचर आता है.. संग क्या-क्या बटोर लाता है.. फिर यथार्थ की लगाम मन को उसी बिन्दु पर ढ़केल देती है.. जहां से चंचलित व विचलित हुआ था मन...
    20 hours ago · Unlike · 2
  • S.p. Singh धन्यवाद शास्त्री जी।
  • S.p. Singh धन्यवाद अग्रवाल साहब। हम दोनों बरसों से साथ रहे हैं। दोनों ने कुछ उडान मिल कर भी भरी है। 
    शुक्रिया।
    20 hours ago · Like · 1
  • S.p. Singh धन्यवाद, हरिहर भाई। आज की रचना कुछ हल्के फुल्के मूड में।
  • S.p. Singh तिवारी जी, 
    आपसे सुनने का मन बहुत करता है। आप हमारी हर उडान में शरीक रहे तो बहुत प्रसन्नता होगी। अच्छी लगे तो ठीक खराब लगे तो कमी सुधार अवश्य इगिंत करें।
    बहुत बहुत धन्यवाद।
    20 hours ago · Edited · Like · 1
  • BN Pandey AI DOOR KE MUSAAFIR HUMKO BHI SAATH LE LE.............BARAMBAAR ABHINANDAN........INDR DEO NE MOOD KHARAAB KER DIYAA HAI .AAP NE PHIR SE RE-CHARGE KER KE FRESH KER DIYA
    20 hours ago · Like · 2
  • S.p. Singh बुला बुला के थक गये 
    पैरों में छाले पड गये हैं
    इतना दौडे पीछे हैं हम
    दूर होते जा रहे हैं, मेरे गम।
    19 hours ago · Edited · Like · 1
  • BN Pandey SIR YEHI TO AAP KI KAAMYAABI KA RAAJ HAI JO AAP SE "GUM" KOSO DUR BHAGE RAHATAA HAI.......USE AAM LOGO KE LIYE YE SANDESH JAROOR DE DIJIYEGAA.................".GUME " AASHIKI SE KAH DE RAHE AAM TUK N PAHUCHE MUJHE KHAUF HAI YE TOHMAT MERE NAAM TUK N PAHUCHE..
    19 hours ago · Unlike · 2
  • Sp Tripathi मन की उड़ान बहुत ख़ुश कर गई ।।See Translation
    19 hours ago · Unlike · 3
  • Ajay Kumar Misra बहुत खूबसूरत रचना ।See Translation
    19 hours ago · Unlike · 1
  • Ram Saran Singh क्या ही अच्छा होता की मन की हर मुराद पूरी होती । लेकिन हाँ हौसला तो है । मन की उड़ान में भाव व्यंजना है और ललक भी है । धन्यवाद महोदय ।
    17 hours ago · Unlike · 2
  • S.p. Singh जी आपने सही फरमाया।
    जीवन के यही अपने रंग है जो रंगीनियत बनाये रहते हैं।
    धन्यवाद।
    17 hours ago · Unlike · 2
  • Puneet Chowdhary Sir now we hv to look for words to appreciate your creativity.I feel your strong urge to relive your past in most of yr writings which reflects on your sensitive temperament and some wonderful momentsofpasr
    16 hours ago · Unlike · 2
  • Puneet Chowdhary Moments of past u lived
    16 hours ago · Unlike · 1

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