कलम से____
बेनकाब इनको कर दो
रह न जाये कुछ पास
नंगा इन्हें इतना कर दो
आखँ शर्म से झुकीं रहें
ऐसा इनके साथ कर दो।
उम्र छोटी, गुनाह किए बडे हैं
घिन आती है बताते हुए
खुद तो बेआबरू हुए हैं
दूसरों की निगाह नीची हुई है।
इनको माफ कर दें
हैैं, इस काबिल नहीं
रहेंगे कैसे सभ्य समाज में
जानते ही नहीं।
जड़ खोद मठ्ठा भर दो
पाप इन्होंने किए ही ऐसे हैैं
इनकी नस्ल भी पैदा न हो
कुछ ऐसा कर दो।
गुनाह संगीन हैं अधिक
कितने गिनाओगे उंगलियों
पर भी समा न पाएगें
नादान हैं, गुनाह अनेक किए हैं
मुआफी के काबिल नहीं हैं।
नया कानून बनाओ
सख्त से सख्त सजा कर दो
काम कुछ ऐसा करो, जल्दी करो
देर न करो, बढ़ते गुनाह काबू करो।
(On juvenile crimes involvement like rape and murders)
//surendrapalsingh//
08 07 2014
बेनकाब इनको कर दो
रह न जाये कुछ पास
नंगा इन्हें इतना कर दो
आखँ शर्म से झुकीं रहें
ऐसा इनके साथ कर दो।
उम्र छोटी, गुनाह किए बडे हैं
घिन आती है बताते हुए
खुद तो बेआबरू हुए हैं
दूसरों की निगाह नीची हुई है।
इनको माफ कर दें
हैैं, इस काबिल नहीं
रहेंगे कैसे सभ्य समाज में
जानते ही नहीं।
जड़ खोद मठ्ठा भर दो
पाप इन्होंने किए ही ऐसे हैैं
इनकी नस्ल भी पैदा न हो
कुछ ऐसा कर दो।
गुनाह संगीन हैं अधिक
कितने गिनाओगे उंगलियों
पर भी समा न पाएगें
नादान हैं, गुनाह अनेक किए हैं
मुआफी के काबिल नहीं हैं।
नया कानून बनाओ
सख्त से सख्त सजा कर दो
काम कुछ ऐसा करो, जल्दी करो
देर न करो, बढ़ते गुनाह काबू करो।
(On juvenile crimes involvement like rape and murders)
//surendrapalsingh//
08 07 2014
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