कलम से____
समय के एक तमाचे की देर है प्यारे,
मेरी फ़क़ीरी भी क्या,
तेरी बादशाही भी क्या....!!!!
क्या खूबसूरत बयान है
सीख लेने के लिए।
न कर घमंड अपनी दौलत का
कमाया ही क्या है
सोच जरा
हवा का एक झोंका
बहुत है
यह ताश का महल ढ़हाने को
ख्वाब जो संजोए है तूने बडे अरमानों से।
मैं फकीरी में
खाली हाथ आया था
रोते हुए आया था
जग को जगाया था
खाली हाथ जाने का इरादा है मेरा
हसँते हुए हसाँते हुए जाऊँगा
आ साथ दे तू मेरा.........!!!
//surendrapalsingh// — with Puneet Chowdhary.
समय के एक तमाचे की देर है प्यारे,
मेरी फ़क़ीरी भी क्या,
तेरी बादशाही भी क्या....!!!!
क्या खूबसूरत बयान है
सीख लेने के लिए।
न कर घमंड अपनी दौलत का
कमाया ही क्या है
सोच जरा
हवा का एक झोंका
बहुत है
यह ताश का महल ढ़हाने को
ख्वाब जो संजोए है तूने बडे अरमानों से।
मैं फकीरी में
खाली हाथ आया था
रोते हुए आया था
जग को जगाया था
खाली हाथ जाने का इरादा है मेरा
हसँते हुए हसाँते हुए जाऊँगा
आ साथ दे तू मेरा.........!!!
//surendrapalsingh// — with Puneet Chowdhary.
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