Monday, August 11, 2014

मालती के फूल।

कलम से____

मालती के फूल।

बहुत दिनों
की 
तलाश के बाद
यह
ज्ञात हुआ कि
चौथी
मंजिल पर मण्डप
बना हो
मालती की बेल
आच्छादित हो
रंग बिरंगे फूलों से
मण्डप लदा हो
ऐसी मनोहारी जगह
कान्हा राधा से
मिलने
आते हैं।

तब से तलाश है
मेरी
यह आस है
ऐसा
स्थान बने
जिसमें
मेरे
राधेश्याम
पधारें मुझे अनुग्रहीत करें।

मिल गई है
ढूढं ली एक जगह
अपने ही घर में
हृदय मंदिर में
मण्डप मालती का
बनाऊँगा
फिर अपने
राधेश्याम
को बुला बिठाऊँगा।

मेरी अभिलाषा
तेरी अभिलाषा बने
जग में राधे राधे का नाम पुजै
बस यही चाहत है मेरी
तेरी भी चाहत बने।

//surendrapal singh//

http://1945spsingh.blogspot.in/
Photo: कलम से____

मालती के फूल।

बहुत दिनों 
की 
तलाश के बाद
यह
ज्ञात हुआ कि
चौथी
मंजिल पर मण्डप
बना हो
मालती की बेल
आच्छादित हो
रंग बिरंगे फूलों से
मण्डप लदा हो
ऐसी मनोहारी जगह
कान्हा राधा से
मिलने
आते हैं।

तब से तलाश है
मेरी
यह आस है
ऐसा 
स्थान बने
जिसमें
मेरे
राधेश्याम 
पधारें मुझे अनुग्रहीत करें।

मिल गई है
ढूढं ली एक जगह
अपने ही घर में
हृदय मंदिर में
मण्डप मालती का 
बनाऊँगा
फिर अपने
राधेश्याम 
को बुला बिठाऊँगा।

मेरी अभिलाषा 
तेरी अभिलाषा बने
जग में राधे राधे का नाम पुजै
बस यही चाहत है मेरी
तेरी भी चाहत बने।

//surendrapal singh//

http://1945spsingh.blogspot.in/
  • Surinder Gera It's nice
    11 hours ago · Unlike · 1
  • Sp Dwivedi JAI RADHEKRISHN.
    11 hours ago · Unlike · 1
  • S.p. Singh राधे राधे।
    11 hours ago · Like · 2
  • Suresh Chadha Very Nyc sir ji
    10 hours ago · Unlike · 2
  • Rema Nair Very Nice! Rachna & Pic. My favourite flower. I have this at my Mumbai home too..Jai RadheKrushn .
    9 hours ago · Unlike · 1
  • Ram Saran Singh हृदय को मंदिर मान लेने पर कहीं भटकने की ज़रूरत नहीं रहती । पूरा व्यक्तित्व कृष्ण मय हो जाता है , कल्पना को साकार करने का बढ़िया प्रयास । धन्यवाद ।
    9 hours ago · Unlike · 2
  • Chadha Vijay Kumar भजो राधे गोविंदा,गोपाला तेरा प्यारा नाम है,नंदलाला तेरा प्यारा नाम है,मोर मुकुट माथे तिलक विराजे,गले वैजन्थिमाला गले वैजन्थिमाला
    कोई कहे वासुदेव का नंदन,कोई कहे नंदलाला कोई कहे नंदलाला,गज और ग्रेहे लड़े जल भीतर,जल में चक्र चलाया जल में चक्र चलाया
    जब जब पीर पड़ी भगतों पर,नंगे पैरीं धाया नंगे पैरीं धाया...
    ...See More
    8 hours ago · Unlike · 2
  • Bhawesh Asthana Meri chahat ka hisab jo lagao gay,
    To meri chahat ko bayhisab pao gay,
    ...See More
    7 hours ago · Unlike · 3
  • S.p. Singh चढ्ढा जी,

    आज तो आपका देखा यह नया रूप है
    ...See More
    6 hours ago · Edited · Like · 1
  • S.p. Singh भावेश,
    हर दिन आके कान में कुछ वो कह जाता है
    लगते हो तुम भले मन मेरा बहल जाता है।
    7 hours ago · Edited · Like · 1
  • S.p. Singh Rema Nair: I am very happy that I am able to pen some poetry which meets your expectations. A good artist is the one who is able to match the frequency of his audience.
    7 hours ago · Like · 

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