कलम से____
सिर खपा के भी तुम्हें कुछ न मिलेगा
हथेली पर जो पढ़ा है खुद मैंने लिखा है।
//surendrapalsingh// — with Puneet Chowdhary.
सिर खपा के भी तुम्हें कुछ न मिलेगा
हथेली पर जो पढ़ा है खुद मैंने लिखा है।
//surendrapalsingh// — with Puneet Chowdhary.
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