कलम से____
दूध मेरा लजाना नहीं....
काम कुछ ऐसा करना नहीं
दूध मेरा लजाना नहीं।
नौ महीने
कोख में सभाँला था मैंने
प्रसव की पीड़ा सही थी मैंने
देखते ही पहली नजर
खुदा से दुआ की थी मैंने
लाल मेरा नाम रौशन करेगा
काम कोई तनिक वह
ऐसा न करेगा
दूध को मेरे वो न बदनाम करेगा।
नाज़ है मुझे अपनी औलाद पर
सही में वह इन्सान बना है
इन्सान रहेगा।
ए खुदा मुझे
तूने सब दिया
बडी नेमत है तेरी
बंदगी में तेरी रहेगी
मेरी पूरी जिन्दगी।
//surendrapalsingh//
http://spsinghamaur.blogspot.in/ — with Puneet Chowdhary.
दूध मेरा लजाना नहीं....
काम कुछ ऐसा करना नहीं
दूध मेरा लजाना नहीं।
नौ महीने
कोख में सभाँला था मैंने
प्रसव की पीड़ा सही थी मैंने
देखते ही पहली नजर
खुदा से दुआ की थी मैंने
लाल मेरा नाम रौशन करेगा
काम कोई तनिक वह
ऐसा न करेगा
दूध को मेरे वो न बदनाम करेगा।
नाज़ है मुझे अपनी औलाद पर
सही में वह इन्सान बना है
इन्सान रहेगा।
ए खुदा मुझे
तूने सब दिया
बडी नेमत है तेरी
बंदगी में तेरी रहेगी
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