Thursday, January 29, 2015

नेता भारत का ईमान अगर न बेचे अपना हो जाए समग्र भारतवासी का पूरा सपना।

कलम से____
उत्सव का माहौल अब समाप्त हुआ
चलो देखें हमने अभी तक क्या किया।
तरक्की हुई देश की धीरे हुई परंतु हुई
मोदीजी गति प्रदान करने में हैं लगे हुए।
एक दो तीन करार पर बात आगे है बढ़ी
व्यापारिक बात बिगड़ेगी नहीं देखते है अभी।
परमाणु संयंत्र लगें उत्पादन विद्युत बढ़े
देश तो अब इतनी छोटी सी आस करे।
हित किसान के सधें आगे के काम बनें
जनमानस की जाकर तब सांस सधे।
दिल्ली दंगल पर निगाह सभी की है लगी
देखो अबके किस्मत किसकी है खुलती।
नेता भारत का ईमान अगर न बेचे अपना
हो जाए समग्र भारतवासी का पूरा सपना।
©सुरेंद्रपालसिंह 2015
http://spsinghamaur.blogspot.in/
— with Puneet Chowdhary.
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  • Ram Saran Singh " नेता भारत का ईमान अगर न बेचे अपना, हो जाए समग्र भारतवासी का पूरा सपना " सब कुछ बयाँ करती हैं ये पंक्तियाँ । बहुत सुंदर । वरना इस देश में क्या कुछ नहीं है । धन्यवाद ।
  • Rajan Varma परमाणू सयंत्र लगने से बिजली की समस्या का समाधान तो अवश्य हो सकता है पर मैंने कहीं पढ़ा था कि इस टैक्नालोजी के प्रदूषण- भले ही कितनी ही माइक्रो-ppm में क्यों न हों- के प्रणाम काफ़ी दूरगामी अौर घातक होते हैं- अौर ख़दा-न-ख़्ास्ता ग़र कोई लीकेज हुई तो फ़िर...See More
  • BN Pandey Bus Akhiri Line Likh ker Jan maanas Ki dukhati Nabz per Apane apanaa Kalam kaa Zaadu Dikhaa diyaa Hai.. Aaj Ke Jamaane me "Neta" Aur uski " Niyati" Ki kundali me Ek hi Raashi Hoti hai . Dono me Dosti Aur Apanaapan kaa bhaav Hai... Khaaye Jaao Khaaye Jaao Prabhu Ke Gun Gaaye Jaao...Modi ji Jaise Logo ko hume Neta nahi kahanaa chaahiye...ve hum Desh vashiyo Ke Dil Ki Dharkan Hai...
  • BN Pandey Varma Saab Aap Ki baat Sahi Hai.. Apanaa Desh Jub tuk Vikalp Ki khoj nahi ker letaa Hai tub tuk Ke liye yeh jaroori thaa.. 1984 me Jub hum log ITI Ltd Mankapur Se E10 B Electronic Exchange ki Trg. Hetu France gaye to pataa chalaa Ki yeh Technology Unk...See More
  • S.p. Singh हम लोग अमेरिका और यूरोप से पचास साल पीछे चल रहे हैं। मैनें जो सत्तर और अस्सी के दशक में जो वहाँ देखा था वो कार्य अब यहाँ शुरू हो रहे हैं। यह दूरी सदैव बनी रहेगी। जन संख्या कुछ कम हो जाय तो बात अगले सौ सालों में जाकर शायद बन जाए।
  • Rajan Varma सर वोह तो ठीक है पर जनसंख़्या कम करने का- इसके इलावा- कोई अौर विकल्प भी तो होगा नाह???
  • S.p. Singh आपने ठीक पहचाना लगा तो रहे हैं हम न्यूक्लियर प्लांट।
  • Dinesh Singh वाह सर बहुत ही उम्दा रचना---
  • Puneet Chowdhary Relevant Rachna kavya dev
  • Neeraj Saxena Bahut sunder

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