Sunday, January 18, 2015

यह रविवार है

जो आराम से
सो कर
उठते हैं; यह रविवार है
छुट्टी का दिन
मान कर
चलो
उठ भी जाओ
एक प्याला चाय
है अब तैय्यार।
©सुरेंद्रपालसिंह 2015
http://spsinghamaur.blogspot.in/
— with Puneet Chowdhary.
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