Monday, January 12, 2015

याद तेरी न आए ऐसी कोई रात जाती ही नहीं.......

कलम से____
क्यों पिलाती हो मय इतनी,
आँखों से लाली मेरे उतरती ही नहीं
होश सभाँलू तो कहूँ 
याद तेरी न आए ऐसी
कोई रात जाती ही नहीं.......
©सुरेंद्रपालसिंह 2015
http://spsinghamaur.blogspot.in/
— with Puneet Chowdhary.
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  • Ram Saran Singh आदरणीय पहले मेरे अनुरोध को स्वीकार करिए और साफ़ करिए कि यह तस्वीर किसकी है । मैं कुछ भ्रमित हूँ ।
  • S.p. Singh लगता राखी से मिलती जुलती किसी बालिका की है, गूगल बाबा से निकाली है। क्यों आखिर? धन्यवाद।
  • Ram Saran Singh पहले भी शायद देखी थी ।
  • S.p. Singh हो सकता है, चेहरे घूम फिर कर वही सामने आ जाते हैं। वैसे इसकी आँखे राखी जैसी लगती हैं।
  • Rp Singh वाह......लाजवाब
  • Ram Saran Singh मैं यह तो नहीं कह सकता कि आँखें किसके समान हैं लेकिन निश्छल मुस्कान सादगी का दर्पण है ।
  • Rajan Varma अब न कभी पीऊँगा मय, तेरे इन हाथों से,
    तेरी आँखे ही बहुत हैं, मुझे बे-होश करने के लिये;
    कभी ग़र होश आ भी गया तो,
    देख लूँगा तेरे इन मुस्काते लबों को;
  • उमेश शर्मा सिंह साहब यह आँखों से पिलाई हुई है, होश में आयेंगे कैसे।
  • Balbir Singh wah rajan ji haathon se shuru ho kar labon tak pahunch gaye good.
  • Dinesh Sinha Bahut khoob.
  • Ram Saran Singh आदरणीय राजन सर ने तो सिर्फ़ आँखों से पीने का ही वायदा कर डाला । तो पहले था जीना ही मुश्किल अब मरना भी मुश्किल हो गया । शुक्रिया ।
  • SN Gupta बहुत सुन्दर,वाह वाह
  • Chadha Vijay Kumar Think Positively:
    An empty glass gives you an opportunity to have another 'Drink'!
  • Rajan Varma Ram Saran Singh सर- आँखों से पीने का एक अौर लाभ भी है- मरना मुश्किल है, वोह तो आपने सही फ़रमाया- पर फ़ायदा ये है कि मर भी गये तो भी तो आँखों को जीवित रखा ही जा सकता है- दान करके; 
    एक आँखों के हस्पताल के बाहर तख़्ती लगी हुई थी- अगर आप मौत के बाद भी हसीं चेहरे देखने के शौकीन हैं तो अपनी आँखें दान कर दीजिये- आपका ख़्वाब अवश्य पूरा होगा!!!
    तो आप मरने के बाद भी पीने की हसरत बरकरार रख सकते हैं--
  • Ram Saran Singh धन्यवाद सर ।
  • Krishna Kumar Chandrakar power of nature n our feeling,beautiful.

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