Tuesday, September 9, 2014

सिरफिरे दीवानों की फेहरिस्त में

कलम से____

सिरफिरे दीवानों की फेहरिस्त में
हमारा भी नाम जुड़ गया
जब शहर की दीवारों
पर किसी ने तुम्हारा और मेरा नाम लिख दिया.....

//सुरेन्द्रपालसिंह//
 — with Puneet Chowdhary.
Photo: कलम से____

सिरफिरे दीवानों की फेहरिस्त में
हमारा भी नाम जुड़ गया
जब शहर की दीवारों
पर किसी ने तुम्हारा और मेरा नाम लिख दिया.....

//सुरेन्द्रपालसिंह//
  • Rajan Varma दीवानों की दीवनगी लाख छुपाअो, छुप नहीं पाती; कोई सिरफ़िरा ना सरेआम करता तो कोई अोर ज़रिया होता- या फ़िर वि दीवानगी न होती!
  • S.p. Singh besides above idea behind this post is to bring it to the kind notice that how we deface our heritage.
    18 hours ago · Like · 1
  • S.p. Singh राजन जी,

    दीवानगी भी भला छुपती है । वो तो चेहरे पर साफ नज़र आती है।
    18 hours ago · Like · 1
  • Rajan Varma सर आदमी को अपने नाम से अति प्रेम होता है अौर वो उसे हर ऐसे स्थान पर देखना चाहता है जहाँ पब्िलक प्लेस हो
    18 hours ago · Unlike · 1
  • Ram Saran Singh चलिए इसी दीवानगी में ज़माने का सफ़र जारी रखिए । धन्यवाद ।
    13 hours ago · Unlike · 1
  • S.p. Singh सिंह साहब बहुत धन्यवाद। दीवानगी कलम की बनी रहे कलम चलती रहे बस यही कामना है।

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