Sunday, September 21, 2014

Sunday: 21 09 2014

Sunday: 21 09 2014

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आज बस इतना ही।

अगर पता हो तो कृपया बताएं।

पीने वाले दूध के लिए: IS Specification No.

मिठाई की दुकानों में बिकने वाले मिठाई के : IS Specifications No

यह प्रशन एक अमरीका के Corporate House ने पूछे हैं, जो भारत में इनके लिए बहुत बड़ा वित्त नियोजन करने की सोच रहे हैं।

जबाब तुरंत भेजें। उनके आकंलन के हिसाब से इनका मारकेट सेगमेंट कम से कम
Rs 250000 and 125000
करोड़ से ऊपर ही अनुमानित है।

कृपया जानकारी अवश्य दें।

अगर पता न हो तो भी बतायें " पता नहीं।"

- ग्राहक जागृति मंच।

Note: Conditions apply.
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  • JV SinghJaved UsmaniSN Gupta and 19 others like this.
  • Anil Kumar Madan Don't know
    14 hours ago · Unlike · 1
  • S.p. Singh I like it. Well said Anil. Thanks.
  • आशीष कैलाश तिवारी सुप्रभात सर...। समस्या गंभीर है. See Translation
  • Sudhakar Pandey Don't know
  • S.p. Singh मेरे मित्रों हम अगर भारत को शक्तिशाली बनाना चाहते हैं तो कम से कम सरकार से यह अपेक्षा तो कर ही सकते हैं कि खाने पीने की सभी वस्तुओं के लिए कोई मानक तो बनाए। उनका पालन हो यह बाद में सोचा जाएगा। धर्म यही है और इसी का पालन करना चाहिए। हम गंद खा रहे हैं, गंद में जी रहे हैैं। हे भगवन यह कैसा हमारा सपनों का भारत है।अच्छे दिनों की शुरुआत करिए ।

    सभी से यही प्रार्थना है।
    13 hours ago · Edited · Like · 3
  • Sp Dwivedi " रविवार मंगलमय हो मित्रवर सप्रेम नमन "
    13 hours ago · Unlike · 1
  • S.p. Singh हम कितने संतुष्ट दिखते हैं।
  • BN Pandey SUPRABHAT SIR
    12 hours ago · Unlike · 1
  • Lalji Bagri manak abhi tak to nahi bana han. Dairy technology men degree course chal rahe hai aur organised industries milk product bhi bana rahI hai . yeh sab kaise ho raha hai,
    11 hours ago · Unlike · 1
  • Neelesh B Sokey IS Standard का तो पता नहीं international या European standards भी है क्या? We have to find it out.
    10 hours ago · Unlike · 1
  • Anjani Srivastava पता नहीं सर जी !See Translation
    10 hours ago · Unlike · 1
  • Anil Kumar Srivastava Jaha take meri jankari h Abhi tak India m standard nahi bana h.
    9 hours ago · Unlike · 1
  • S.p. Singh एक नई सोच तो जगी। मेरा Sunday कामयाब हो गया।
    8 hours ago · Unlike · 1
  • SN Gupta यह सब तो भारत को ही मालूम नहीं अमेरिका जी सब भगवान भरोसे है
    7 hours ago · Unlike · 1
  • Neelesh B Sokey Milk is an animal product. मेरे ख़्याल से दूध का IS बनाने के पहले गायों का standardisation करना होगा कि सब एक standard का दूध दें। या फिर एक standard करने के लिए minerals, proteins, etc. मिलाना होगा जो फिर मिलावटी दूध हो जायेगा।
    6 hours ago · Unlike · 2
  • S.p. Singh नहीं जानता यह सब बस इतना जानता हूँ कि standards के अभाव में हम सभी नकली दूध, दही, देशी घी, पनीर, खोया इत्यादि इस्तेमाल कर रहे हैं और बीमार हो रहे हैं। उसके बाद इलाज पर पैसे की बर्बादी। आपने सुना है कभी कि USA, CANADA, GERMANY, HOLLAND, RUSSIA, NORWAY कहीं का नाम लीजिए जहां नकली खाने पीने की चीजें खुले आम बिकती हों और उस राष्ट्र के लोग कुत्तों की मौत मरते हों।
    दूसरा प्रश्न उठता है जाति गति राजनीति की परिणति है दूध का सारा व्यापार जहां इन ग्वाला लोगों ने खराब कर रखा है। आप आइए कभी अलवर, भिन्ड, मुरैना, ग्वालियर, गाजियाबाद, मुरादाबाद, अलीगढ, मथुरा, मैनपुरी, इटावा, हाथरस इत्यादि जगह सब जगह खुला व्यापार नकली दूध का खुले आम किया जा रहा है। बिना राजनीतिज्ञों की मदद के यह सब हो सकता है।

    मेरी पोस्ट का असली मकसद है सोए हुए को जगाना। उसके बाद भी कूछ न हो तो कोई क्या करे? 

    क्या यह सही है?
    4 hours ago · Edited · Like · 1
  • Brahmdeo Prasad Gupta secularism is more important to nationalism its magic of vote bank?

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