Sunday, September 14, 2014

By Harihar Singh

पहली बार तेरे दर आये
हैं खुशीयों को हम देने
तुम्हें जन्म दिन की शुभेच्छा
और बधाई बस देने
पहली---
बहुत उडा परदेश देश में
पंक्षी अपने धरे भेष में
बहुत कमाया खाया पीया
और कि अब हम क्या मानें
पहली ----
दिल के साफ बहुत भोले हो
मन उदार खब्बू थोडे हो
भूल गये तेरी खुवाईश को
संग लाये नही मिठाई देने
पहली----
बूरा दही मटर की भाजी
टपके लार मिले जो प्राजी
बिटिया रानी नातिन के संग
काट रहे दिन हम जाने
पहली---
अब पड चले कदम जिस ओर
खींच रही मां राधे डोर
तेरी पूर्ण कामना होगी
मां की ममता हम पहिचाने
पहली---
रहे फूलों सा महके धाम
तुम्हारे मन चाहे हो काम
रहें सलामत मेरे भईया
दुवा खडे ये हम मांगे
पहली----
 
By Harihar Singh

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