Friday, September 19, 2014

रात भर जाग कर

कलम से____

रात भर जाग कर
पहरा देता हूँ
हर अनजाने को
इस गली में 
आने से रोकता हूँ।

अब तो सो लेने दे यार
पल दो पल नीदं चैन की मुछे
हक मेरा भी ख्वाबों पर
अपना खाली अख्तियार न समझ......

( निरीह जानवरों पर दया भाव दिखलाएं। पत्थर से न मारें इन्हें। धन्यवाद)

//सुरेन्द्रपालसिंह © 2014//

http://spsinghamaur.blogspot.in/
 — with Puneet Chowdhary and Subhash Sharma.
Photo: कलम से____

रात भर जाग कर
पहरा देता हूँ
हर अनजाने को
इस गली में 
आने से रोकता हूँ।

अब तो सो लेने दे यार
पल दो पल नीदं चैन की मुछे
हक मेरा भी ख्वाबों पर
अपना खाली अख्तियार न समझ......

( निरीह जानवरों पर दया भाव दिखलाएं। पत्थर से न मारें इन्हें। धन्यवाद)

//सुरेन्द्रपालसिंह © 2014//

http://spsinghamaur.blogspot.in/

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