Tuesday, September 23, 2014

बाज़ार में कीमत कल से बढ़ जाएगी किस्मत फूलों की बदल जाएगी ।

कलम से ____

बाज़ार में कीमत कल से बढ़ जाएगी
किस्मत फूलों की बदल जाएगी ।
कल से पूजा के स्थल पर भीड़
का रेलमपेला खूब बढ़ जाएगा ।
पूजा करने वालों का तांता लगा रहेगा
जै माता दी तो कोई सियाराम कहेगा ।
साल भर जिनको याद न आएगें
भगवान आज उनके सपने में आएगें ।
झूठ फरेब का अब जोर रहेगा
मंदिर में पुजारी ऐंठ में रहेगा।
किस पर प्रसन्न हों किस पर नहीं
उलझन में बड़ी भगवान रहेगा ।
दिखावे की दुकान तब तक चलेगी
जब तलक तू खुद मना न करेगा।
ढूंढते हो जिसको तुम गली गली
रहता है वो तुम्हारे बीच ही सही।
बंद करो यह बेमतलब का दिखावा
बेकार ही मंदिर में चढ़ाते हो चढ़ावा।
बंद आखँ कर के नाम उसका लोगे
होगा सामने जिसे प्रभु तुम कहोगे।
//सुरेन्द्रपालसिंह © 2014//
— with Subhash Sharma and Puneet Chowdhary.
LikeLike ·  · 
  • Neelesh B Sokey अति सुन्दर dear.
    17 hrs · Unlike · 1
  • Rajan Varma क्या बात है भाई साहब- आपने आध्यात्म का सार पहले ही लिख देुया, अपनी रचना में- अर्थात कल से मैं अपनी दुकान बंद कर लूँ- मेरे गिनती के अढ़ाई तो पाठक हैं अौर आपने कथा का अंत पहले ही सुना दिया- तो मेरा अब क्या काम? हॉ हॉ हॉ
    "बंद आँख कर नाम उसका लोगे, होगा सामने जिसे प्रभु तुम कहोगे"; "ढूँढते हो जिसे तुम गली-गली, रहता है वो तुम्हारे बीच ही सही"; चलिये मेरा काम आसां हो गया- राधे राधे
    16 hrs · Like · 3
  • Anand H. Singh Some times I wonder that how do you manage your time frame and devote time for writing on subjects demanded for.
    16 hrs · Edited · Unlike · 1
  • Harihar Singh बहतरीन अंदाज में प्रस्तुतिSee Translation
    15 hrs · Unlike · 1
  • S.p. Singh राजन जी,
    आपकी पाठ शाला में एक अच्छे विद्यार्थी की तरह भाग ले रहा हूँ। कविता में तो वही कहा है जो मन भाता चला गया और यह सोच कर कि कल से कितनी भयंकर रूप से भीड़ होगी। कहीं stampede भी होगें बेसबब सीधे सादे इन्सान मारे जाएंगे। बस यही चिंता मन में बसी थी।
    13 hrs · Edited · Like · 1
  • Brahmdeo Prasad Gupta happy navratra.
    12 hrs · Unlike · 1
  • Ram Saran Singh आदरणीय आपने मेरे मन की बात कह दी । हमारे कुछ मित्र तो मुझे नास्तिक तक कह देते हैं जब मैं इन आडंबरों से दूर रहता हूँ । लेकिन मानस स्मरण ज़रूर करता हूँ । बहुत सही लिखा आपने । धन्यवाद ।
    12 hrs · Unlike · 1
  • Brahmdeo Prasad Gupta every festival has a message for the society it brings happiness to large section of people.
    12 hrs · Unlike · 1
  • S.p. Singh सभी मित्रों का सहयोग के लिए हार्दिक बधाई तथा धन्यवाद। किसी की भी भावनायें आहत न हों इस विचार को श्रेष्ठ मान सभी से अनुरोध है कि आप अपनी सुविधानुसार बिना जोखिम ऊठाए अपनी इच्छा के अनुसार यह त्योहार को/अवसर को मनायें और आनंद की अनुभूति करें।
    11 hrs · Edited · Like
  • Suresh Chadha Pitro ka .visherjan karo
    Mata Rani .ka .avahan karo
    JAI MAT BHAWANI KI
    BOLO JAIKARA SHERA WALI DA
    11 hrs · Unlike · 1
  • Ram Saran Singh महोदय यह श्रद्धा नहीं बल्कि अंध भक्ति है । व्यावहारिक ज्ञान तो यही कहता कि जितनी दुर्घटनाएँ तीर्थस्थलों पर होती है उतनी शायद अन्यत्र नहीं ।
    11 hrs · Unlike · 2
  • Bhawesh Asthana Is farebi duniya ka har koocha viraan reh jayega
    Jab khuda hi na bacha to kya insaan reh jayega
    11 hrs · Unlike · 1
  • Bagga Sk बहुत ही सुन्दर लिखा है आप ने एग्रीड मन से जो अच्छे विचार निकल ते है वही फूल है वही ही भगवन को लाइक है
    11 hrs · Unlike · 2
  • Anjani Srivastava बहुत सुन्दर अभिव्यक्ति सर जी ! 'किस पर प्रसन्न हों किस पर नहीं, उलझन में बड़ी भगवान रहेगा........'See Translation
    11 hrs · Unlike · 1
  • Neeraj Saxena Ati sunder
    11 hrs · Unlike · 1
  • Madhvi Srivastava ati sunder
    10 hrs · Unlike · 1

1 comment:

  1. For next ten days it's going to be fun time for Indians. Nice poem.

    ReplyDelete