Monday, September 15, 2014

एक कली को

कलम से____

एक कली को
आज फिर मसल दिया
खिलने पर खिलखिला के जो हसँती
उसकी हँसी को छीन वो ज़ालिम दो आसूँ दे गया !!

//सुरेन्द्रपालसिंह//

http://spsinghamaur.blogspot.in/
 — with आशीष कैलाश तिवारी and Subhash Sharma.
Photo: कलम से___

कलम से____

एक कली को
आज फिर मसल दिया
खिलने पर खिलखिला के जो हसँती 
उसकी हँसी को छीन वो ज़ालिम दो आसूँ दे गया !!

//सुरेन्द्रपालसिंह//

http://spsinghamaur.blogspot.in/

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