Sunday, September 14, 2014

जिन्दगी,

कलम से____

आज पार्क में
बैंच पर पहले से
बैठी हुई मिली मेरी
जिन्दगी,
कहने लगी
आओ बैठो
सुस्ता लो
थके थके से लगते हो
अभी चले ही
कितना हो
दूर बहुत दूर
चलना है
साथ मेरा जो देना है !

बैठते हुए,
मैंने पूछा तुम कैसी हो
कहने लगी
अभी तो मैं
जवान हूँ
तुझे मेरे लिए
रहना है !!

ला अपना दाहिना
हाथ आगे बढ़ा
देखूँ क्या है लिखा हुआ
हाथ मैंने अपना उसके हवाले किया
बुझे मन से कहा
लुनाई है अब कहाँ
इन हाथों में
खुरखुरे होने लगे हैं
रेखाएं भी बदलीं बदलीं सीं हैं
देख बता
तुझे क्या कहना है !!

हथेली फैला वह पढ़ने लगी
अभी तेरी जिन्दगी बहुत है वाकी पड़ी
मस्त रहेगा
खाएगा पीएगा
चिंता की कोई बात नहीं है
लंबा तुझे चलना है
चेहरे को मोल न दे
झुर्रियां आएंगीं
तेरा बिगाड़ कुछ न पाएंगी
शर्त एक है
तुझे हर रोज़
आना होगा
यहाँ बस यूँ ही मुझसे मिलना होगा !!!

हाथ की रेखाओं में
क्या रखा है
छोड़ अभी तुझे मेरे लिए लंबे चलना है !!!!

कोने के आखँ से
एक बूँद खारी टपक गई
वादा कुछ कर गई
जीने का
मरने की अभी कोई बात नहीं !!!!!

//सुरेन्द्रपालसिंह//

http://spsinghamaur.blogspot.in/
 — with Rajan Varma and 2 others.
Photo: कलम से____

आज पार्क में
बैंच पर पहले से 
बैठी हुई मिली मेरी 
जिन्दगी,
कहने लगी
आओ बैठो
सुस्ता लो
थके थके से लगते हो 
अभी चले ही
कितना हो
दूर बहुत दूर
चलना है
साथ मेरा जो देना है !

बैठते हुए,
मैंने पूछा तुम कैसी हो
कहने लगी
अभी तो मैं
जवान हूँ
तुझे मेरे लिए
रहना है !!

ला अपना दाहिना
हाथ आगे बढ़ा
देखूँ क्या है लिखा हुआ
हाथ मैंने अपना उसके हवाले किया
बुझे मन से कहा
लुनाई है अब कहाँ
इन हाथों में
खुरखुरे होने लगे हैं
रेखाएं भी बदलीं बदलीं सीं हैं
देख बता 
तुझे क्या कहना है !!

हथेली फैला वह पढ़ने लगी
अभी तेरी जिन्दगी बहुत है वाकी पड़ी
मस्त रहेगा
खाएगा पीएगा
चिंता की कोई बात नहीं है
लंबा तुझे चलना है
चेहरे को मोल न दे
झुर्रियां आएंगीं
तेरा बिगाड़ कुछ न पाएंगी
शर्त एक है
तुझे हर रोज़ 
आना होगा
यहाँ बस यूँ ही मुझसे मिलना होगा !!!

हाथ की रेखाओं में
क्या रखा है
छोड़ अभी तुझे मेरे लिए लंबे चलना है !!!!

कोने के आखँ से
एक बूँद खारी टपक गई
वादा कुछ कर गई
जीने का 
मरने की अभी कोई बात नहीं !!!!!

//सुरेन्द्रपालसिंह//

http://spsinghamaur.blogspot.in/
  • Rajan Varma आप इसी प्रकार अपनी खुशनुमा ज़िन्दगी से हर सुबह मिलते रहें, संवादों का सिलसिला यूँही चलता रहे अौर शतकीय पारी के बाद सोचेंगे कब रिटयार्मैंट घोषित करनी है; राधे राधे- एवं ढेरों शुभकामनाअों सहित- आपका अनुज
  • S.p. Singh हार्दिक स्वागत एवं धन्यवाद।
  • Harihar Singh बहुत सुन्दर प्रस्तुतिSee Translation
  • Sp Dwivedi WAH BEHTARIN JIWAN RAG.
  • Neelesh B Sokey मरने की कोई बात नहीं मरने का सोचना भी नहीं। जिस दिन वो दिन आयेगा देखा जायेगा।
  • Hari Shankar Pandey बहुत सुन्दर प्रस्तुति......."अभी तो में जवान हूं तूझे मेरे लिए रहना हैं" दिल को छू गयी.........See Translation
  • Kalpana Chaturvedi जहाँ न पहुँचे रवि वहाँ पहुँचे कवि ; पंक्ति यह सदा स्मरण आती है
    जब नवीन कविता आपकी फेसबुक पर आती है।आपके शुभ जन्मदिन की बधाई सहित अनेकानेक शुभकामनाएं।राधे राधे ।
    21 hours ago · Unlike · 2
  • S.p. Singh सभी मित्रों का हार्दिक आभार।
  • Deobansh Dubey Achhi kavita.badhai ho s.p.singh sir.
    18 hours ago · Unlike · 1

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