Monday, November 24, 2014

गर पूछ लिया किस-किस ने धोखा दिया न जाने कितने अपनों के चेहरे उतर जायेगें !!!


कलम से____

चोट जो सीने पर लगी है भर जाएगी
आसूं भी मोती बन बिखर जायेगें,
गर पूछ लिया किस-किस ने धोखा दिया
न जाने कितने अपनों के चेहरे उतर जायेगें !!!

शुभ रात्रि। कल फिर मिलते हैं.......

//सुरेन्द्रपालसिंह © 2014//
— with Puneet Chowdhary.
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