Thursday, November 6, 2014

एक ख्वाब तुम देखो

Kalam se_______


एक ख्वाब तुम देखो
एक ख्वाब मैं
ख्वाबों में ही शायद मुलाकात मुमकिन हो.....


//सुरेन्द्रपालसिंह © 2014//
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