Sunday, November 16, 2014

गीत वही गुनगुना दो


कलम से____

गीत वही गुनगुना दो
सुनकर जिसे चैन की नींद सो जाऊँ मैं।
(सुबह का इंतजार करिएगा)

//सुरेन्द्रपालसिंह © 2014//
— with Puneet Chowdhary.
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