Friday, October 31, 2014

तुम, तुम ही हो

कलम से_____
तुम, तुम ही हो या कोई और
मुझे यह मुगालता क्यों हो रहा है
तुम, तुम ही हो.....
//सुरेन्द्रपालसिंह © 2014//
— with Puneet Chowdhary.
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