Monday, October 6, 2014

हम शाख पर रह लेगें।

कलम से____
कुछ दिनों के लिए ही सही
हम शाख पर रह लेगें।
मन्दिर के बजाय यहीं लोगों का मन मोह जो लेते हैं !!!!
//सुरेन्द्रपालसिंह © 2014//
— with Subhash Sharma and Puneet Chowdhary.
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