कुछ मेरी, कुछ तेरी !
Thursday, December 4, 2014
पलट कर पीछे नहीं देखा !!
कलम से____
दायीं हथेली की लकीरों में ऐसा क्या देखा
गए हो जब से पलट कर पीछे नहीं देखा !!
//सुरेन्द्रपालसिंह © 2014//
— with
Puneet Chowdhary
.
Like
·
·
Share
Neelesh B Sokey
,
Ajai Kumar Khare
,
Deobansh Dubey
and
9 others
like this.
SN Gupta
बहुत खूब
6 hrs
·
Like
Ram Saran Singh
महोदय शायद पलट कर न देखने की बात लिखी रही होगी । now travelling to Bangalore. I will switch off the hand set. Thanks sir.
5 hrs
·
Unlike
·
2
Anand H. Singh
Kis ne--Kis ki.
4 hrs
·
Unlike
·
1
Rp Singh
अदभुत
See Translation
3 hrs
·
Unlike
·
1
Ram Saran Singh
महोदय शायद हाथ की लकीरों में पलट कर न देखने की बात कही गई हो । लेकिन सुना है लकीरेंं बनती और बिगड़ती रहती हैं । धन्यवाद ।
3 hrs
·
Unlike
·
1
Harihar Singh
जय हो
See Translation
2 hrs
·
Unlike
·
1
Deobansh Dubey
क्या बात आदरणीय!
50 mins
·
Unlike
·
1
No comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment