कुछ मेरी, कुछ तेरी !
Sunday, December 28, 2014
याद हैं मुझे, मेरे सब वो गुनाह
कलम से____
याद हैं मुझे,
मेरे सब वो गुनाह
एक तो मोहब्बत कर ली
दूसरा तुझसे कर ली
तीसरा बेपनाह कर ली.........
//सुरेन्द्रपालसिंह © 2014//
— with
Ramaa Singh
.
Like
·
·
Share
Umesh Chandra Srivastava
,
Sp Tripathi
,
Ram Saran Singh
and
33 others
like this.
Puneet Chowdhary
Behtreen andaaz Zabardast prastoti
15 hrs
·
Unlike
·
3
Ram Saran Singh
महोदय ज़माना तो कहता है मुहब्बत इबादत है तो फिर यह गुनाह कैसे है ।
15 hrs
·
Unlike
·
4
SN Gupta
वाह वाह,वाह वाह,वाह वाह,वाह वाह.........................लाजवाब
15 hrs
·
Unlike
·
1
आशीष कैलाश तिवारी
तीसरा वाला गुनाह भी क्या गुनाह है .
S.p. Singh
sir
15 hrs
·
Unlike
·
4
Rp Singh
wah.........
15 hrs
·
Unlike
·
1
Kanahiya Lal Mishra
Mohabat vah bhi gunah
Yah to ho hi nahi sakata
Sajay mohabat to ho sakati h
Jo humane paee.
14 hrs
·
Unlike
·
1
Lalji Bagri
bahut khoob
14 hrs
·
Unlike
·
2
Kunwar Bahadur Singh
बहुत ही सुंदर बेपनाह मे सारी चीज़ें समान लगती हैं
14 hrs
·
Unlike
·
2
Rajan Varma
ग़र मोहब्बत गुनाह है,
अौर बेपनाह मोहब्बत,
बेपनाह गुनाह है,
तो बार बार करूँगा, ये हसीं गुनाह;
14 hrs
·
Unlike
·
3
Neeraj Saxena
Bahut sunder
13 hrs
·
Unlike
·
2
Brahmdeo Prasad Gupta
love is to feel not to understand.
13 hrs
·
Unlike
·
2
Ajay Kr Misra
आपकी अभिव्यक्ति ने,
मुहब्बत को उच्च शिखर पर
स्थापित कर दिया है।
हार्दिक अभिनन्दन, सर
12 hrs
·
Edited
·
Unlike
·
2
Anil K Garg
Ma'am, too good. Wish I could have also said the same for some body.....
3 hrs
·
Unlike
·
2
S.p. Singh
हसरतों को जज्बातों की जरूरत होती है
जिन्दगी को मोहब्बत की कमी खलती है !!!
2 hrs
·
Like
·
2
Arun Kumar Singh
लाजबाब
2 hrs
·
Unlike
·
2
BN Pandey
ESE KAHATE HAI SACHCHHAA PYAAR JO UNHE NASEEB HOTAA HAI....JINHE RUB NE BANAADI JORI..........
2 hrs
·
Unlike
·
2
Dinesh Singh
-बहुत ही सुन्दर
1 hr
·
Unlike
·
2
No comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment