कलम से_____
कुछ छूट भी देता है
वह दिन
जब बाहर
कोहरा होता है
चले चलो
दूर दूर
कहीं कुछ भी
दिखाई नहीं देता है
न
घर
न
घरवार........
वह दिन
जब बाहर
कोहरा होता है
चले चलो
दूर दूर
कहीं कुछ भी
दिखाई नहीं देता है
न
घर
न
घरवार........
अब तो बस
एक ही सहारा शेष है
अलाव जले
रात उसके
आसपास ही कटे
कैसे कह दूँ
शुभ रात्री
हाँ, नींद आपको आ रही हो
सो जाइये
कल हाल लेने
एक बार जरूर आइए.....
एक ही सहारा शेष है
अलाव जले
रात उसके
आसपास ही कटे
कैसे कह दूँ
शुभ रात्री
हाँ, नींद आपको आ रही हो
सो जाइये
कल हाल लेने
एक बार जरूर आइए.....
//सुरेन्द्रपालसिंह © 2014//
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