कलम से_____
माँगी थी इक कली
उतार कर हार दे दिया
चाही थी इक धुन
आपने सितार दे दिया
झोली मेरी बहुत छोटी थी मेरी "कृष्णा"
तुमने तो हँस कर
सारा संसार दे दिया......
उतार कर हार दे दिया
चाही थी इक धुन
आपने सितार दे दिया
झोली मेरी बहुत छोटी थी मेरी "कृष्णा"
तुमने तो हँस कर
सारा संसार दे दिया......
//सुरेन्द्रपालसिंह © 2014//
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