कलम से____
इंतजार रहता है तेरा,
आखिरी वक्त तक लगता है
तू आएगा बस अभी अभी
इसी आस पर टिकी है
जिन्दगी,
टकटकी लगाए देखा करती हूँ
गली के मोड़ तक
जहाँ तक देख पाती हूँ मैं !!!
आखिरी वक्त तक लगता है
तू आएगा बस अभी अभी
इसी आस पर टिकी है
जिन्दगी,
टकटकी लगाए देखा करती हूँ
गली के मोड़ तक
जहाँ तक देख पाती हूँ मैं !!!
//सुरेन्द्रपालसिंह © 2014//
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