कुछ मेरी, कुछ तेरी !
Sunday, December 14, 2014
तेरी तकलीफ हमसे अब देखी नहीं जाती !!!
कलम से____
तू मुझे याद करने का तकल्लुफ न किया कर
तेरी तकलीफ हमसे अब देखी नहीं जाती !!!
//सुरेन्द्रपालसिंह © 2014//
— with
Puneet Chowdhary
.
Unlike
·
·
Share
You,
Madhvi Srivastava
,
Sunil S Dass
,
Shravan Kumar Sachan
and
19 others
like this.
Dinesh Singh
बहुत ही खूबसूरत
See Translation
December 11 at 9:27am
·
Unlike
·
2
Ram Saran Singh
आदरणीय तकल्लुफ़ में भी तकलीफ़ के लिए तकलीफ़ उठाना । क्या बात है । धन्यवाद ।
December 11 at 9:43am
·
Unlike
·
3
Rajan Varma
याद न करो तो चलेगा, पर चिलमन के झरोखों से ही सही- देख़ने की ज़हमत करना,
वोह क्या है नाह- हमारे दिन की शुरुआत, दीदारे-यार से होती है!!!
राधे राधे
December 11 at 9:50am
·
Unlike
·
2
Harihar Singh
कैसे हो दोस्त तुम मेरे जख्मों को हेरते ना
कूँचे से जा रहे हो और हमको टेरते ना
इतनें बनो न जालिम ये गम तेरा दिया है
वादा तेरा हुआ क्या जो तुमने था किया है
See Translation
December 11 at 10:19am
·
Unlike
·
2
Ajay Kr Misra
श्री राधे राधे।
See Translation
December 11 at 11:41am
·
Edited
·
Unlike
·
1
Ripudaman Singh
Excellent expression. But for whom.
December 11 at 11:56am
·
Unlike
·
1
S.p. Singh
Guess?
December 11 at 12:46pm
·
Like
Anand H. Singh
Khoobsurat ALFAZ with tuned words arrangement.
December 11 at 5:10pm
·
Unlike
·
1
Sunil S Dass
एक दिन आदमी को out होना ही पड़ता है
December 11 at 8:21pm
·
Unlike
·
1
No comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment