कलम से____
प्यास मुझसे भी ज्यादा है लबों पर उसके
मुझको क़तरा न दो उसको समन्दर दे दो !!
मुझको क़तरा न दो उसको समन्दर दे दो !!
आज की रात बस इतना काफी है, कल की मुलाकात में करेगें कुछ नई बातें।
शुभरात्री। Good night my all dear friends.
//सुरेन्द्रपालसिंह © 2014//
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