कुछ हरियाणवी हो जाय आज के सुहावने पर्व के मौके पर:-
हिंदी हमारी मातृभाषा हैं,पितृभाषा क्यों नहीं ?
क्योकि माताजी ने
पिताजी को कभी बोलने
ही नहीं दिया .....
क्योकि माताजी ने
पिताजी को कभी बोलने
ही नहीं दिया .....
शौहर किसे कहते हैं...
जिसके सभी शौक हर लिए जाऐं
उसे शौहर कहते हैं...
उसे शौहर कहते हैं...
शादीशुदा मर्द उदास होता है
तो यार दोस्त पूछते ही है ,क्या हुआ ,
जवाब होता है,
यार कुछ नहीं तेरी भाभी से "कहासुनी" हो गई ....
यार कुछ नहीं तेरी भाभी से "कहासुनी" हो गई ....
जबकि "कहा" कुछ नही होता,
सिर्फ "सुनी" होती है .....
सिर्फ "सुनी" होती है .....
ै
मूझसे वौ केहती है
कि तूम्हारी जिन्दगी को जन्नत
बना दूगी.....
और बनाना उसे दाल चावल भी नही आता......
कॉन्फिडेंस तो देखो बंदी का .....!!
HARYANVI SPECIAL:
जज बोल्या -तू तीसरी बार अदालत आया है तने
शर्म कोनी आती??
.
.
.
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जाट बोल्या- हाहाहा ,,साले तू तो रोज़
आवे है तने तो डूब के मर जाना चाहिए।
शर्म कोनी आती??
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जाट बोल्या- हाहाहा ,,साले तू तो रोज़
आवे है तने तो डूब के मर जाना चाहिए।
😃
😂😂
ग्राहक : थारी भैंस की एक आंख
तो खराब स.
फेर भी तू इसके 25 हज़ार रुपिये
मांगन लाग्र्या स?
सुंडू : तन्न भैंस दूध
खात्तर चाहिए
या
नैन-मटक्का करन खात्तर.....😃😃😃😃😃😃😃
ग्राहक : थारी भैंस की एक आंख
तो खराब स.
फेर भी तू इसके 25 हज़ार रुपिये
मांगन लाग्र्या स?
सुंडू : तन्न भैंस दूध
खात्तर चाहिए
या
नैन-मटक्का करन खात्तर.....😃😃😃😃😃😃😃
धन्यवाद मित्रों।
पसंद आया हो तो पैसे खर्च ना हो रहे तेरी जेब के
like
तो कर दे
भाया।
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तो कर दे
भाया।
हा हा हा😃😃😃😃😃😃
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