कलम से____
मित्रों,
मेहमान आ रहे हैं
कुछ और भी आएगें
हम सभी के लिए
नजरें बिछाए बैठे हैं।
मेहमान आ रहे हैं
कुछ और भी आएगें
हम सभी के लिए
नजरें बिछाए बैठे हैं।
दूर से ही देखेंगे
पास जाने पर तो
फुर्र से उड़ जाएगें।
पास जाने पर तो
फुर्र से उड़ जाएगें।
एक दूरबीन खरीद ली है
भरतपुर जाने का
मन भी बना लिया है
इतना दूर जाने के पहले
नोएडा ही चले जाएंगे
यहाँ भी जाएगें
वहाँ भी जाएगें
अभी न देखेगें
फिर कब देख पाएगें।
भरतपुर जाने का
मन भी बना लिया है
इतना दूर जाने के पहले
नोएडा ही चले जाएंगे
यहाँ भी जाएगें
वहाँ भी जाएगें
अभी न देखेगें
फिर कब देख पाएगें।
दिल के करीब हैं
जब इनको जानेंगे
तभी ये फिर लौट आएंगे।
जब इनको जानेंगे
तभी ये फिर लौट आएंगे।
//सुरेन्द्रपालसिंह © 2014//
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