Tuesday, October 21, 2014

ख्यालों में जिसके खोया रहता हूँ....

कलम से____

बूछो तो बताऊँ,
मैं
किसके लिए
लिखता हूँ
है कौन मेरे
ख्यालों में जिसके
खोया रहता हूँ....
कभी शाख से
जुदा हुए
तन्हाई में गिरे
पत्ते पर लिखे दिल के
जज्बातों को उकेरा करता हूँ
शबनम सी पड़ी बूंदो के
अहसासों
को पढ़ कर
उनकी बात करता हूँ
बिछड़ने की हर आह की
दर्द की दास्तां बयां करता हूँ
कुछ अपनी कुछ आपकी
मैं सबकी बात कहता हूँ
बस मैं आप सब के
दिल के करीब रहता हूँ।

//सुरेन्द्रपालसिंह © 2014//
— with Puneet Chowdhary.
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  • Neelesh B Sokey वाह वाह क्या बात है।
    10 hrs · Unlike · 1
  • Harihar Singh बहुत सुन्दर।दिल को छुने वाली रचना।सुप्रभात राधे राधे जीSee Translation
    10 hrs · Unlike · 1
  • Ajay Kumar Misra बहुत खूबसूरत रचना,
    हृदय स्पदंन प्रस्तुति।
    'जय श्री राधे-राधे'
    See Translation
    9 hrs · Unlike · 2
  • Ram Saran Singh "बस मैं आप सबके दिल के क़रीब रहता हूँ" । यही तो बात है जो हम सबको बाँधे है । वरना इस असार, निस्सार जीवन में और है ही क्या । बहुत बहुत धन्यवाद आदरणीय ।
    8 hrs · Unlike · 2
  • Rajan Varma जो बात आपके दिल से निकलती है,
    वोह बात जिसके दिल के करीब होती है, 
    तीर-सी उतर जाती है उसके दिल में,
    अौर फ़िर शुरू होता है सिलसिला प्रेम का;
    राधे-राधे सुप्रभात्
    7 hrs · Unlike · 3
  • BN Pandey AAP JINKE KAREEB HOTE HAI WO BARE KHUS NASEEB HOTE HAI....
    6 hrs · Unlike · 2
  • Sp Tripathi बहुत सुन्दर रचना ।See Translation
    5 hrs · Unlike · 1
  • 4 hrs · Unlike · 1
  • Anand H. Singh Great thoughts.
    3 hrs · Unlike · 1
  • Ajai Kumar Khare Dil me bahut kareeb rahte hai Sir
    2 hrs · Unlike · 1

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